गांव के बच्चों को कूड़े के ढेर में खेलती मिली नवजात बच्ची। पुन्हाना, कृष्ण आर्य नूंह जिले में एक बार फिर कलयुगी मां ने अपनी ममता का गला घोंटने का कृत्य कर डाला। करवा चौथ के दिन मातृत्व को कलंक
त करते हुए एक दिन के नवजात शिशु(बच्ची) को एक कपड़े में लपेटकर कूड़े के ढेर में मरने के लिए फेंक दिया। शुक्र है कि लोगों को समय से भनक लगने से शिशु की जान बच गई। बच्ची को अपनाने के लिए सुबह से ही गांव की महिलाओं की भीड़ लगी रही। ग्रामीणों ने बताया कि वह बच्ची को गोद लेने के लिए तैयार थे, इसी खुशी में उन्होंने लड्डू भी बांटे,लेकिन पुलिस ने बच्ची को गोद देने से इंकार कर दिया। ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस ने कहा कि यह कोर्ट का मामला है। कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी। मामला नूंह जिले के गोधौला गांव का है जहां बुधवार दोपहर करीब 12 बजे गांव के कुछ बच्चों को कूड़े के ढेर में कपड़े में लिपटी हुई नवजात बच्ची खेलती हुई दिखाई दी। जिसके बाद उन्होंने लोगों को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर काफी भीड़ इकट्ठा हो गई और नवजात को कचरे के ढेर से उठाकर पुलिस को सूचना दी। पुन्हाना थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना प्राप्त हुई थी कि गांव गोधोला में एक नवजात शिशु कूड़े के देर में पड़ा हुआ है। जिस सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात बच्ची को अपने कब्जे में लेकर पुन्हाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भेजा गया। जहां से बच्ची को प्राथमिक उपचार देने के नागरिक अस्पताल मांडीखेड़ा भिजवा दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर बच्ची के माता-पिता की पहचान करने की पूरी कोशिश की जाएगी। वहीं पुन्हाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत मेडिकल ऑफिसर सद्दाम हुसैन ने बताया कि नवजात शिशु को देख कर ऐसा लग रहा है की बच्ची ने एक-दो दिन पहले ही जन्म लिया है। बच्ची का वजन भी पूरा है। फिलहाल बच्ची खतरे से बाहर बताई जा रही है। कुल मिलाकर इस तरह अपनी बच्ची को रास्ते में फेंकने की खबर जैसे ही क्षेत्र में फैली तो लोगों के द्वारा तरह तरह की कयास लगाकर कलयुगी मां को कोष रहे।
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