प्राचीन श्री काली माता मंदिर में श्रद्धालु प्रसाद, मेवा, मिठाई, फल व चुनरी माँ को कर सकते हैं अर्पित।

Khoji NCR
2021-01-05 10:17:24

-- श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने लिया यह निर्णय। सुभाष कोहली। कालका। प्राचीन श्री काली माता मंदिर में श्रद्धालु माता को प्रसाद, तिल-फुल, मेवा, मिठाई, फल, चुनरी, ड्राई फ्रूट

स आदि माँ को अर्पित कर सकते हैं, लेकिन प्रसाद को माता की मूर्ति के साथ स्पर्श नहीं किया जाएगा। श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है। बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर को नियम व शर्तों के साथ सरकार की गाइडलाइन के अनुसार श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया गया था। इसके बाद मंदिर में किसी भी मूर्ति व स्थान को स्पर्श करने सहित मंदिर में प्रसाद अथवा माता के श्रृंगार का सामान इत्यादि सामग्री लेकर जाने की अनुमति नहीं थी। श्रद्धालुओं को केवल माता के दर्शन करके वापस लौटना होता था। अब श्रद्धालु मंदिर में माता का प्रसाद लेकर जा सकते हैं। श्रद्धालु चाहे तो वह माथा टेकने के बाद उक्त प्रसाद को मंदिर में रखवा सकते हैं या वापस लेकर जा सकते हैं। *श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। माता का प्रसाद लेकर भक्तजन मंदिर में आ सकते हैं, लेकिन प्रसाद का स्पर्श माता की मूर्ति के साथ नहीं किया जाएगा। श्रद्धालु अपनी इच्छानुसार प्रसाद व चुनरी को मंदिर में रखवा सकता है या फिर प्रसाद व चुनरी को लेकर वापस जा सकता है। - पृथ्वी मित्तल, मंदिर सचिव*।

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