सोहना,(उमेश गुप्ता): सीआईए पुलिस की टीम ने एक मुखबिर खास से मिली सूचना के आधार पर एक ट्रक में बिनोलों की बोरियों के नीचे छुपाकर ले जाया जा रहा गांजा बरामद करने में कामयाबी पाई है। बरामद किया गया
ांजा 2 हजार, 223 किलो 200 ग्राम पाया गया है, जो 70 बोरों में भरा मिला है। इस गांजे को ओडिशा से बिनोलों की बोरियों के नीचे छुपाकर हिसार के उकलाना में ले जाया जा रहा था। गांजे के साथ 2 आरोपी भी पुलिस ने पकडऩे में कामयाबी पाई है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान 34 वर्षीय भूपेन्द्र सिंह पुत्र जगदीश सिंह और 34 वर्षीय ओमजी पुत्र सत्यपाल दोनों मूल निवासियान, जिला कन्नौज, उत्तरप्रदेश के रूप में हुई है। आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह इस गांजे को ओडिशा से 4 लाख रुपए में लाए थे और इसे सौदा होने के चलते हिसार के उकलाना में पहुंचाना था। पुलिस ने पकड़ में आए आरोपियों के खिलाफ भादस की विभिन्न आपराधिक धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है और पूछताछ में जुटी है कि इस धंधे में उनके साथ और कौन-कौन लोग शामिल है। कब से वह इस धंधे में संलिप्त है और किन-किन क्षेत्रों में वह किन-किन लोगों को गांजा की सप्लाई का काम कर रहा है ताकि शहर और क्षेत्र में गांजे को पुडिय़ा बनाकर बेचने और लोगों विशेषकर युवाओं को पथभ्रष्ट करने वाले लोगों को भी पकड़ा जा सके। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन के अनुसार सीआईए पुलिस में कार्यरत सबइंस्पेक्टर दलपत सिंह को अपने एक मुखबिर खास से सूचना हाथ लगी कि कुछ युवक एक ट्रक में भरकर गांजा ला रहे है। यदि फौरन नाकेबंदी की जाए तो मय गांजा उन्हे पकड़ा जा सकता है। सूचना को सही मान पुलिस टीम बताए गए स्थान पर पहुंच कर नाकेबंदी कर आते-जाते वाहनों की जांच-पड़ताल करने लगी। इसी दौरान ट्रक नाके के समीप आने पर जब नाके पर तैनात पुलिस टीम ने ट्रक चालक को रूकने का संकेत किया तो ट्रक चालक और उसमें सवार युवक ट्रक को छोडक़र भागने लगे लेकिन पुलिस ने युवकों को भागने से पहले ही दबोच लिया और जब ट्रक की तलाशी ली तो ट्रक में 2 हजार, 223 किलो 200 ग्राम गांजा भरा मिला। जिसकी कीमत लाखों रुपए आंकी जा रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा। काबिले गौर यह है कि पुलिस पहले भी वक्त-वक्त पर सोहना, बादशाहपुर, घाटाअमीरपुर समेत विभिन्न स्थानों पर गांजा बरामद करती रही है। जिससे जाहिर है कि गांजा बिक्री का धंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है। सोहना में ही कई स्थानों पर झोपडिय़ों, झुग्गियों, चाय बेचने की आड़ में खोखों आदि पर गांजे की पुडिय़ा 10 और 20 रुपए में बिक रही है। जिससे युवा वर्ग पथभ्रष्ट हो रहा है और नशेड़ी बनता जा रहा है। गांजा खरीद-फरोख्त के धंधे में मोटा मुनाफा होने के कारण इस धंधे से जुड़े लोग जमकर चांदी कूट रहे है। कई बार ऐसा भी देखने में आया कि जो व्यक्ति गांजे के साथ पकड़ा जाता है, कुछ महीने जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आकर इस धंधे को अंजाम देने लगता है। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि उन्होने सभी सीआईए प्रभारियों और पुलिस थाना प्रभारियों को विशेष रूप से निर्देश दिए है कि वह अपने-अपने क्षेत्र में इस बात का पता लगाए कि किन-किन स्थानों पर कौन-कौन लोग गांजा खरीद, बेच रहे है ताकि ऐसे लोगों की धरपकड़ कर उन्हे उनकी सही जगह जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके।
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