खोजी/मनोज गोयल गुडियानिया* *चरखी दादरी* अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन जिला चरखी दादरी की कार्यकारिणी ने सत्य व अहिंसा पर चलकर देश को आजादी दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व गुदड़ी के ला
तथा स्वतंत्र भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर शहर की रासीवासिया धर्मशाला में उनकी प्रतिमाओं पर माल्या अर्पण करके अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर पधारे शहर के गणमान्य व्यक्तियों ने महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए चंपारण, खेड़ा, असहयोग, स्वराज, नमक, भारत छोड़ो, सविनय अवज्ञा, करो या मरो आंदोलन दांडी मार्च यात्रा को याद किया। इस अवसर पर बोलते हुए राधे श्याम गर्ग पूर्व अध्यक्ष वैश्य एजुकेशन सोसाइटी ने कहा कि महात्मा गांधी के उपरोक्त आंदोलनो से हमें सीख मिलती है कि सत्य व अहिंसा के मार्ग पर चलकर भी बड़ी से बड़ी विजय प्राप्त की जा सकती है। इस अवसर पर बोलते हुए सम्मेलन के अध्यक्ष सतीश बजाज ने कहा कि शास्त्री जी ने जय जवान जय किसान का नारा दिया तथा देश में हरित क्रांति उनके ही प्रयासों का परिणाम है। सम्मेलन के महामंत्री दिनेश कुमार गर्ग अधिवक्ता ने अपने विचार रखते हुए कहा कि गांधी जी को हमारे देश के वीर सपूत सुभाष चंद्र बोस ने राष्ट्रपिता व नोबल पुरस्कार विजेता रविंद्र नाथ टैगोर ने महात्मा की उपाधि प्रदान की । महात्मा गांधी जी का जीवन त्याग वह शास्त्री जी का जीवन सादगी की प्रतिमूर्ति था। पुनीत मित्तल ने इस आयोजन में अपनी जिम्मेवारी का बखूबी निर्वहन करके कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। इस अवसर पर विजय अग्रवाल, गंगा राम हरिराम खुडानियां, राम कुमार रिठोलिया विष्णु गोयल, मोती लाल बिंदल,चुन्नीलाल बंसल,कृष्ण हडौदिया, राजकुमार मित्तल, सुरेंद्र अटेलिया, जगदीश ऐरण,विनोद गुप्ता,पवन गुप्ता,प्रदीप चिडिय़ा वाला,मोती लाल गोयल मुकेश बंसल, ललित महाजन, गौरी शंकर सिंगल, शिवकुमार जिंदल,राकेश गुप्ता,लक्ष्मीचंद बधवानियां, नितिन जांघु, विद्या गुप्ता, रितू गोयल, अर्चना अग्रवाल, ,सरोज गर्ग प्रेरणा गर्ग के अलावा शहर के कई गणमान्य नागरिक व महिलाऐं उपस्थित थी।
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