कई दूसरे देशों के साथ भारत में भी कोरोना वायरस से लड़ने और छुटकारा पाने के लिए एक नहीं दो-दो वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है। जिससे लोगों में एक नई उम्मीदें जगी है। भारत के सभी राज्यों और केंद्र शास
ित प्रदेशों में शनिवार से कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन शुरू हो चुका है। तो कैसे होगा वैक्सीन का वितरण और क्या है इसका पूरा प्रोसेस, जानने के लिए पढ़ें यह लेख। CoWIN ऐप करना होगा डाउनलोड वैक्सीनेशन के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने Co-WIN नाम का एक ऐप बनाया है। जिसे आपको गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर से डाउनलोड करना होगा। ऐप को डाउनलोड करने के बाद पंजीकरण मॉड्यूल के तहत लोग कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। CoWIN App में दिए गए हैं 5 मॉड्यूल CoWIN App से वैक्सीनेशन का प्रोसेस, प्रशासनिक क्रियाकलापों, टीकाकरण कर्मियों और उन लोगों के लिए एक मंच की तरह काम करेगा, जिन्हें वैक्सीन लगाई जानी है। कोविन ऐप में 5 मॉड्यूल हैं। पहला प्रशासनिक मॉड्यूल, दूसरा रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल, तीसरा वैक्सीनेशन मॉड्यूल, चौथा लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल और पांचवां रिपोर्ट मॉड्यूल। - प्रशासनिक मॉड्यूल उन लोगों के लिए है जो टीकाकरण कार्यक्रम का संचालन करेंगे। इस मॉड्यूल के जरिए वे सेशन तय कर सकते हैं, जिसके जरिए टीका लगवाने लोगों और प्रबंधकों को नोटिफिकेशन के जरिए जानकारी मिल जाएगी। - रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल उन लोगों के लिए होगा जो टीकाकरण कार्यक्रम के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाएंगे। - वैक्सीनेशन मॉड्यूल उन लोगों की जानकारियां को वेरिफाई करेगा, जो टीका लगवाने के लिए अपना रजिट्रेशन करेंगे और इस बारे में स्टेटस अपडेट करेगा। - लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल के जरिए टीकाकरण के लाभान्वित लोगों को मैसेज भेजे जाएंगे। साथ ही इससे क्यूआर कोड भी जनरेट होगा और लोगों को वैक्सीन लगवाने का ई-प्रमाणपत्र मिल जाएगा। - रिपोर्ट मॉड्यूल के जरिए टीकाकरण कार्यक्रम से जुड़ी रिपोर्ट तैयार होंगी, जैसे टीकाकरण के कितने सेशन हुए, कितने लोगों को टीका लगा। कितने लोगों ने रजिस्ट्रेशन के बावजूद टीका नहीं लगवाया।
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