देशभर में दिल से जुड़ी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। कोरोनाकाल से ही देश में दिल के दौरे के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। खासतौर पर युवाओं और बच्चों में इसके मा
ले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को दिल की बीमारियों से दूर रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। इन दिनों तेजी से बदलती लाइफस्टाइल का असर हमारी सेहत पर भी पड़ने लगा है। खानपान की गलत आदतों की वजह से सिर्फ बड़े ही नहीं, बच्चे की कई गंभीर बीमारियों का शिकार होते जा रहे हैं। इन दिनों देशभर में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। बीते कुछ समय से लगातार कई ऐसे मामले सामने आए है, जहां कम उम्र में ही हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट से लोगों की जान जा रही है। ऐसे में जरूरी है कि बचपन से ही बच्चों को दिल की बीमारियों से बचाने के लिए सही कदम उठाए जाए। दिल से जुड़ी बीमारियां इन दिनों दुनियाभर में एक गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। ऐसे में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है। अगर आप भी अपने बच्चे के दिल को हेल्दी बनाना चाहते हैं, तो छोटी उम्र में इस बातों का ध्यान रख उन्हें दिल से जुड़ी बीमारियों से दूर रख सकते हैं। हेल्दी डाइट दें बोस्टन चिल्ड्रन्स हेल्थ फिजिशियन के मुताबिक वयस्कों में हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण बनने वाली फैटी प्लाग का निर्माण बचपन में शुरू होता है और उम्र के साथ बढ़ता जाता है। ऐसे में कोशिश करें कि अपने बच्चों की डाइट में कम कोलेस्ट्रॉल वाले फूड आइटम्स जैसे साबुत अनाज, फल और सब्जियां शामिल करें। साथ ही उन्हें कम फैट वाला दूध और दही भी दे सकते हैं। बच्चों में फैट कंजप्शन की निगरानी 2 साल की उम्र के बाद शुरू की जानी चाहिए। धूम्रपान से परहेज अक्सर टीनएज में आकर बच्चे कई गलत आदतों का शिकार हो जाते हैं, जिसमें धूम्रपान सबसे आम और खतरनाक है। इसके अलावा इन दिनों युवाओं के बीच ई-सिगरेट का भी काफी चलन है, जो उनकी सेहत को नुकसा पहुंचा सकती है। कम उम्र में धूम्रपान करने से दिल से जुड़ी बीमारियों की संभावना काफी बढ़ जाती है। ऐसे में अपने बच्चों को इससे दूर और सुरक्षित रखने के लिए इससे होने वाले खतरों के बारे में बताए। नियमित एक्सरसाइज सेहतमंद रहने के लिए हेल्दी डाइट के साथ ही नियमित रूप से एक्सरसाइज करना भी बेहद जरूरी है। अगर आप अपने बच्चे को बढ़ती उम्र में दिल की बीमारियों से दूर रखना चाहते हैं, 3-5 साल की उम्र से ही उन्हें शारीरिक रूप से सक्रिय बनाएं। साथ ही 6-17 वर्ष के बच्चों को हर दिन 1 घंटे या उससे अधिक समय तक एक्सरसाइज करने की आदत डलवाएं। आप इसके लिए रनिंग या जम्पिंग की मदद ले सकते हैं। इससे न सिर्फ उनका दिल हेल्दी बनेगा, बल्कि हड्डियां और मांसरेशियां भी मजबूत होंगी। अपने परिवार का इतिहास जानें बच्चों में अक्सर कई सारी बीमारियों जेनेटिक होती हैं। हाई ब्लड प्रेशर इन्हीं बीमारियों में से एक है, जो दिल की सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। ऐसे में अगर आपके परिवार में हाई ब्लड प्रेशर का इतिहास रहा है, तो समय-समय पर बच्चे के ब्लड प्रेशर की जांच करते रहें।
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