उमेश गुप्ता सोहना : मानवाधिकार आयोग ने सोशल मीडिया पर बुलिंग व यौन शोषण आरोपों के चलते छात्र आत्महत्या मामले में पुलिस से रिपोर्ट तलब की है और पुलिस को कहा है कि चार सप्ताह के भीतर-भीतर रिपोर्
ट पेश करे। साथ ही पुलिस को इस मामले में एक नवंबर तक का समय इस पूरे केस की रिपोर्ट मानवाधिकार आयोग के समक्ष पेश करने के लिए दिया गया है। काबिले गौर यह है कि बीती चार मई को 17 वर्षीय नाबालिग छात्र छत से कूद गया था। आरोप था कि सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर हुई बुलिंग के चलते उसने ये कदम उठाया। एक किशोरी ने उस पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। उसके बाद कई अन्य ने किशोरी का समर्थन करते हुए छात्र को बुरा-भला कहा था। छत से कूदे छात्र की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिस मामले में संबंधित थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। मृतक छात्र के पिता ने करीब दस लडक़े-लड़कियों की सोशल मीडिया अकाउंट की डिटेल पुलिस को दी और परिवार की ओर से पुलिस पर धीमी जांच का आरोप लगाते हुए अदालत में याचिका दायर करने के साथ ही मानवाधिकार आयोग में भी गुहार लगाई। इस मामले में अदालत ने पुलिस को हर 15 दिन में स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को कहा है तो मानवाधिकार आयोग ने पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। मानवाधिकार आयोग ने पुलिस आयुक्त को निर्देश दिए है कि वह अपडेट स्टेटस अथवा फाइनल रिपोर्ट चार सप्ताह में एक नवंबर तक मानवाधिकार आयोग के समक्ष पेश करे।
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