अव‍िनाशी काशी में गूंजा मोदी-मोदी, 10 प्‍वाइंट में जान‍िए पीएम के वाराणसी संबोधन की बड़ी बातें

Khoji NCR
2023-09-23 11:12:29

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखी। इस स्‍टेड‍ियम ड‍िजाइन भगवान श‍िव को समर्प‍ित है। जिसमें अर्धचंद्राकार

छत के कवर त्रिशूल के आकार की फ्लड-लाइट घाट की सीढ़ियों पर आधारित बैठने की व्यवस्था बिल्विपत्र के आकार की धातु की चादरों के डिजइन होगा। पीएम मोदी ने कहा क‍ि ये स्‍टेड‍ियम पूर्वांचल का स‍ितारा होगा। काशी के गंजारी में अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट स्‍टेडियम के श‍िलान्‍यास के मौके पर पीएम मोदी ने हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ संबोधन शुरू करते हुए मंच से सभी का स्‍वागत और अभिवादन किया। सभी खेल से जुड़े महानुभाव और काशी के लोगों। आज फ‍िर से बनारस आवेके मौका मिलल हौ। एक बार फ‍िर बोलिए ओम नम: पार्वती पतये हर हर महादेव। पीएम मोदी ने कहा क‍ि आज मैं ऐसे दिन आया हूं जब चंद्रयान के शिव शक्ति पाइंट पर पहुंचने का एक महीना पूरा हो गया। शिव शक्ति 23 तारीख को चंद्रयान लैं‍ड किया था। एक चंद्रमा पर है और दूसरा शिव शक्ति काशी में है। आज शिव शक्ति के स्‍थान से आप सभी को बधाई देता हूं। मेरे परिवारजनों जिस स्‍थान पर हम एकत्र हुए हैं वहां विंध्‍यवासिनी धाम को काशी से जोड़ने वाले स्‍थान पर हैं। भारतीय लोकतंत्र के प्रखर गुरु राजनारायण जी का गांव भी है। इस धरती से आदरणीय राजनारायण और उनकी जन्‍मभूमि को प्रणाम करता हूं। काशी में आज अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट स्‍टेडियम की आधारशिला रखी गई। यह पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान होगा। बनकर तैयार होगा तो तीस हजार से अधिक लोग बैठकर मैच देख पाएंगे। मैं जानता हूं कि पूरे स्‍टेडियम की तस्‍वीरें बाहर आई हैं तब से हर काशी वासी खुश है। महादेव की नगरी में बन रहे इस स्‍टेड‍ियम का डिजाइन महादेव को समर्पित है। यहां एक से बढ़कर एक मैच होंगे। आपको अंतरराष्‍ट्रीय स्‍टेडियम में मैच देखने का मौका मिलेगा। आज क्रिकेट के जरिए दुनिया भारत से जुड़ रही है। देश क्रिकेट से जुड़ रहे हैं तो आगे मैचों की संख्‍या भी बढ़ेगी। मैच बढ़ेंगे तो बनारस का यह स्‍टेडियम डिमांड पूरी करेगा और सितारा बनेगा। यह यूपी का पहला स्‍टेडियम होगा जो बीसीसीआइ के सहयोग से बना है। यहां का सांसद होने के नाते आपका आभार व्‍यक्‍त करता हूं। खेल का इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर बनता है तो अर्थव्‍यवस्‍था पर भी सकारात्‍मक प्रभाव पड़ता है। बड़े आयोजन होंगे तो दर्शक और खिलाड़ी आएंगे तो खाने पीने की दुकान, आटो, होटल और नाव चलाने वालों के दोनों हाथ में लड्डू होंगे। नए अवसर बनते हैं। खेल स्‍टार्टअप के बारे में सोच सकते है। खेल इंडस्‍ट्री भी इसी के साथ आएगी। एक समय था जब माता पिता बच्‍चों को डांटते थे कि पढ़ाई करोगे या खेलते रहोगे। अब सोच बदली है। अब माता पिता भी खेल को लेकर गंभीर हुए हैं। देश का मिजाज बना है कि जो खेलेगे-वही खिलेगा। एक माह पूर्व मप्र के शहडोल के गांव में गया था जहां युवाओं से मिला तो प्रभावित हुआ। बताया गया वहां हर घर में फुटबाल का खिलाड़ी है। वहां फुटबाल का माहौल है। वहां मैच के दौरान पूरे इलाके के सैकड़ों गांव के लोग मैदान में कई दिनों तक डटे रहते हैं। पीएम ने कहा क‍ि काशी का सांसद होने के नाते सांसद खेल प्रतियोगिता के दौरान जानकारी पहुंचती रहती है। काशी खेल में नाम कमाए यही हमारा प्रयास है। उच्‍च स्‍तरीय खेल सुविधा बढ़ें। पीएम ने कहा क‍ि सिगरा स्‍टेडियम में 50 से अधिक खेलों की सुविधा मिलेगी। देश का पहला बहुस्‍तरीय कांप्‍लेक्‍स होगा जो दिव्‍यांग जनों के लिए समर्पित है। पीएम ने कहा क‍ि देश में ख‍िलाड़‍ियों को बढ़ावा देने के ल‍िए खेल बजट तीन गुना बढ़ाया गया है। खेलो इंडिया में 70 फीसद बढोतरी की गई है। स्‍कूल से विवि तक की प्रतियोगिताएं हुईं और बेटियों तक ने हिस्‍सा लिया है। देश के शीर्ष खिलाड़‍ियों के भोजन और प्रशिक्षण के लिए लाखों रुपये खर्च किए हैं। विश्‍व यूनिवर्सिटी गेम्‍स में भारत मेडल जीते हैं। सभी भारतीय खिलाड़‍ियों को मेरी शुभकामनाएं। खेलों के महारथी गांवों में मौजूद हैं उनको तलाशना और तराशना है। उनका योगदान छोटे शहरों से बाहर आए। उन्‍हें अधिकाधिक अवसर मिलें। खेलो इंडिया देश के कोने-कोने में टैलेंड की पहचान कर रही है और अंतरराष्‍ट्रीय एथलीट बनाया जा रहा है। खेल की दुनिया में देश का नाम रोशन होना है। सभी का आभार जिनके परिवार जनों ने खिलाड़‍ियों को आगे बढ़ाने के लिए व्‍यवस्‍था की। खिलाड़ी के लिए अच्‍छी कोचिंग दी जा रही है। राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर के खिलाड़‍ियों को कोचिंग से गांव तक जोड़ा गया है। पीएम ने कहा क‍ि गांव-गांव में ख‍िलाड़‍ियों को देश में तैयार हो रहे आधुनिक खेल के इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर से मौका मिलेगा। दिल्‍ली मुंबई कोलकाता चेन्‍नई नहीं कोने-कोने से खिलाड़‍ियों को सुविधां मिल रही हैं। जो खेल इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर बनाया जा रहा है उससे बेटियों को ट्रेनिंग के लिए घर से अधिक दूर नहीं जाना होगा। एजूकेशन पालिसी में खेल को शिक्षा की श्रेणी में रखा गया है। बाकायदा एक विषय के तौर पर पढ़ाना तय किया गया है। खेल विवि से लेकर खेल कालेज विस्‍तार से लेकर नए खेल सेंटर बनाए जा रहे हैं। खेल सुविधाओं का विस्‍तार आवश्‍यक है। देश के विकास के लिए आवश्‍यक है। दुनिया के दूसरे शहरों को सिर्फ खेल आयोजन की वजह से जानते हैं। देश में स्‍टेडियम जरूरी हैं। जिस स्‍टेडियम का शिलान्‍यास रखा गया है वह विकास का द्योतक बनेगा। काशी का कायाकल्‍प और कार्य आपके आशीर्वाद से हो रहा है। इसी तरह विकास का नया अध्‍याय लिखा जाएगा। इस स्‍टेडियम के शिलान्‍यास की बधाई। हर हर महादेव।

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