छात्र संघ चुनावों में चारों सीटों पर ABVP को बढ़त, जानिए क्या है NSUI की स्थिति

Khoji NCR
2023-09-23 11:06:43

इस बार भी मुख्य तौर पर मुकाबला एबीवीपी और एनएसयूआइ के बीच ही देखने को मिला। वाम संगठन आइसा और एसएफआइ भी मैदान में हैं। शनिवार की सुबह 8:30 बजे से कान्फ्रेंस सेंटर में मतों की गिनती शुरू होगी। DU Poll

s Result 2023: Delhi University Student Union Election: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू, DUSU Election) चुनाव शुक्रवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। शनिवार यानी आज चुनाव परिणाम जारी कर दिया जाएगा। चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए 24 प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर लगी है, जिसका फैसला आज ईवीएम खुलने के बाद हो जाएगा। 16वें राउंड में एबीवीपी सभी सीटों पर आगे 16वें राउंड में एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी तुषार डेढ़ा एनएसयूआई के हितेश गुलिया से 2554 वोटों से आगे हैं। उपाध्यक्ष पद पर सुशांत धनखड़ सिर्फ 250 वोटों से अभि दहिया पर बढ़त बनाए हुए है। सचिव पद पर अपराजिता 8695 वोटों से यक्षणा शर्मा पर और संयुक्त सचिव पद पर सचिन बैसला ने शुभम कुमार पर 6721 वोटों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली है। कौन कितने वोटों से आगे? दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में मतों की गिनती जारी है। चारों पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) सीधा मुकाबला है। सभी पदों पर एबीवीपी बढ़त बनाए हुए है। उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई कड़ी टक्कर देती दिख रही है। आठवें राउंड में एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी तुषार डेढ़ा एनएसयूआई के हितेश गुलिया से 1977 वोटों से आगे हैं। उपाध्यक्ष पद पर सुशांत धनखड़ सिर्फ 447 वोटों से अभि दहिया पर बढ़त बनाए हुए है। सचिव पद पर अपराजिता 3636 वोटों से यक्षणा शर्मा पर और संयुक्त सचिव पद पर सचिन बैसला ने शुभम कुमार पर 3573 वोटों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली है। 23 Sept 2023 कौन कितना आगे? आठवें राउंड में एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी तुषार डेढ़ा एनएसयूआई (NSUI) के हितेश गुलिया से 1977 वोटों से आगे हैं। उपाध्यक्ष पद पर सुशांत धनखड़ सिर्फ 447 वोटों से अभि दहिया पर बढ़त बनाए हुए है। सचिव पद पर अपराजिता 3636 वोटों से यक्षणा शर्मा पर और संयुक्त सचिव पद पर सचिन बैसला ने शुभम कुमार पर 3573 वोटों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली है। चारों सीटों पर ABVP चल रही आगे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में मतों की गिनती जारी है। चारों पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी, ABVP) का भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) सीधा मुकाबला है। सभी पदों पर एबीवीपी बढ़त बनाए हुए है। उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई कड़ी टक्कर देती दिख रही है। कब-कब एबीवीपी ने जीत दर्ज की 2010 से 2019 के बीच में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं संयुक्त-सचिव के कुल 40 पदों पर हुए चुनावों में 29 पर एबीवीपी ने जीत दर्ज की है। 2019 में एबीवीपी के प्रत्याशी अक्षित दहिया ने रिकार्ड 19 हजार से अधिक मतों से विजय हासिल की थी। उपाध्यक्ष प्रत्याशी प्रदीप तंवर आठ हजार वोटों से विजयी रहे थे। जबकि सचिव पद पर दो हजार के अंतर से हम पिछड़े थे। उससे पहले चार में से तीन पदों पर एबीवीपी ने जीत हासिल की थी। डीसीएसी में एबीवीपी का क्लीन स्वीप दिल्ली कॉलेज आफ आर्ट्स एंड कामर्स (डीसीएसी) में एबीवीपी समर्थित प्रत्याशी आयुष सिंह ने अध्यक्ष पद पर विजय अर्जित की। इसके साथ ही खेल सचिव के पद पर हुए चुनाव में भी परिषद समर्थित प्रत्याशी विजयी हुआ। पिछले 10 डूसू चुनावों में ABVP को कितने पदों पर मिली जीत? दूसरी ओर एनएसयूआई का कहना है कि हर कॉलेज में हमारी इकाई है। दक्षिणी परिसर के कॉलेजों में प्रचार पर अधिक ध्यान दिया है। वहां से मतदान समर्थन में हुआ तो जीत सुनिश्चित हो जाएगी। एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा, पिछले 10 डूसू चुनावों में 40 पदों में से 29 पदों पर एबीवीपी को जीत मिली है। 72 प्रतिशत से अधिक रहा परिणाम एबीवीपी के पक्ष में रहा है। ये भी हैं मैदान में नामी छात्र संगठनों से जुड़े छात्रों के अलावा अध्यक्ष पद के लिए हंसराज कॉलेज के हिमांशु ठाकुर, लक्ष्मीबाई कॉलेज से शिम्पी, श्रद्धा गुप्ता डिपार्टमेंट आफ लाइब्रेरी एंड इन्फार्मेशन साइंस, सौम्या कुमार सत्यम ए एंड यू टिबिया कालेज मैदान में हैं। उपाध्यक्ष के लिए शिवाजी कॉलेज के यश खत्री, सचिव के लिए अदिति महाविद्यालय की कविता, विधि संकाय की निशि हिमांशू राज मैदान में हैं। संयुक्त सचिव के लिए बुद्धिस्ट स्टडीज के अमरेंद्र कुमार यादव अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। एसएफआई (SFI) के प्रत्याशी अध्यक्ष- आरिफ सिद्दीकी। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले हैं। वर्तमान में बुद्धिस्ट स्टडीज में स्नातकोत्तर के छात्र हैं। उपाध्यक्ष- अंकित। हरियाणा के जुहाना के रहने वाले हैं। विधि संकाय में एलएलबी प्रथम वर्ष के छात्र हैं। सचिव- अदिति त्यागी। हिंदू कॉलेज से स्नातक किया है। वर्तमान में दर्शनशास्त्र विभाग में स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। संयुक्त सचिव- निष्ठा सिंह। बिहार के भागलपुर की रहने वाली हैं। बुद्धिस्ट स्टडीज में स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। आइसा (AISA) के प्रत्याशी अध्यक्ष- आयशा अहमद खान। आयशा अहमद खान मूलत: पटना की रहने वाली हैं। मिरांडा हाउस कॉलेज की छात्रा हैं। उपाध्यक्ष- अनुष्का चौधरी। मूलत: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की रहने वाली हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय की छात्रा हैं। सचिव- आदित्य प्रताप सिंह। मूलत: उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। देशबंधु कॉलेज में राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर के छात्र हैं। संयुक्त सचिव- अंजलि कुमारी। बिहार के गया की रहने वाली हैं। मिरांडा हाउस में प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। एनएसयूआई (NSUI) के प्रत्याशी अध्यक्ष- हितेश गुलिया(23)। हितेश हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले हैं। विधि संकाय में एलएलबी तृतीय वर्ष के छात्र हैं। उपाध्यक्ष- अभि दहिया(24)। अभि मूलत: हरियाणा सोनीपत के रहने वाले हैं। बुद्धिस्ट स्टडीज में स्नातकोत्तर के छात्र हैं। सचिव- यक्षना शर्मा(24)। यक्षना डीयू ने डीयू के हिंदू कॉलेज से स्नातक किया है। वर्तमान में विधि संकाय से एलएलबी तृतीय वर्ष की छात्रा हैं। सह सचिव- शुभम कुमार चौधरी(24)। शुभम ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सीवीएस कॉलेज से स्नातक किया है। बुद्धिस्ट स्टडीज में स्नातकोत्तर में प्रथम वर्ष के छात्र हैं। अभाविप (ABVP) के प्रत्याशी अध्यक्ष- तुषार डेढ़ा(26)। तुषार पूर्वी दिल्ली के निवासी हैं। बुद्धिस्ट स्टडीज विभाग में स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के छात्र हैं। उपाध्यक्ष-सुशांत धनकड़(22)। सुशांत मूलतः झज्जर (हरियाणा) के रहने वाले हैं। पिस्टल शूटिंग में हरियाणा स्टेट लेवल पर गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। बुद्धिस्ट स्टडीज विभाग में स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के छात्र हैं। सचिव- अपराजिता(22)। अपराजिता मूलतः उत्तर प्रदेश के जौनपुर की निवासी हैं। बुद्धिस्ट स्टडीज में स्नातकोत्तर कर रही हैं। संयुक्त सचिव- सचिन बैसला(27)। सचिन मूलतः बागपत (उत्तर प्रदेश) के निवासी हैं। बुद्धिस्ट स्टडीज में स्नातकोत्तर के छात्र हैं। मतदान में हावी रहे छात्राओं के मुद्दे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में छात्राओं की सुरक्षा का मुद्दा हावी रहा। अधिकतर छात्राओं ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए मतदान करने की बात कही। पिछले दिनों हुए फेस्टिवल के दौरान कालेज परिसर में बाहरी युवाओं के प्रवेश के बाद लगातार छात्राओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। डूसू चुनाव में इसका असर देखने को मिला। छात्राओं ने सुरक्षा पर चिंता जताई और ऐसे प्रतिनिधियों के लिए वोट करने की बात कही, जो छात्राओं की सुरक्षा के लिए लड़ाई लड़ सकें। मिरांडा हाउस में बीए आनर्स भूगोल की छात्रा हर्षिता भट्ट ने कहा, मुख्य छात्र संगठन एबीवीपी और एनएसयूआई ही हैं। 2019 में एबीवीपी ने तीन सीटें जीती ABVP, NSUI, सीपीआई (एम) समर्थित स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई, SFI) और सीपीआई (एमएल)-लिबरेशन से जुड़े ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एआईएसए, AISA) ने सभी चार केंद्रीय पदों के लिए उम्मीदवार खड़े किए थे। 2019 के चुनाव में एबीवीपी ने चार में से तीन सीटें जीतीं। किस कॉलेज में कितना हुआ मतदान उत्तरी परिसर में 35 से 40 प्रतिशत के बीच रहा मतदान उत्तरी परिसर के कालेजों में मतदान 35 से 40 प्रतिशत के बीच मतदान रहा। किरोड़ीमल कॉलेज में 42.3 प्रतिशत वोट पड़े। यहां 5600 विद्यार्थियों में से 2409 ने ही मतदान किया। रामजस में 33 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां 5800 में से दो हजार विद्यार्थियों ने ही मतदान किया। हंसराज में 5000 छात्रों में 2150 ने मतदान किया, यहां 45 प्रतिशत ने मतदान हुआ। हिंदू कॉलेज में 4300 में से 2300 व राजधानी कॉलेज में 3500 में से 965 विद्यार्थियों ने मतदान किया। मतदान सुबह 8:30 बजे से शरू हो गया था, लेकिन सुबह 10 बजे तक कम संख्या में छात्र पहुंचे थे। सुबह 11 बजे से विद्यार्थियों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई। दोपहर 12 बजे मतदान की रफ्तार काफी तेज हो गई। दोपहर एक बजे तक उसी गति से मतदान हुआ। एक लाख से ज्यादा थे मतदाता मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. चंद्र शेखर ने बताया, मतदान के लिए सभी कॉलेजों में पर्यवक्षकों की ड्यूटी सुबह सात बजे से ही लगा दी गई थी। सभी 52 कॉलेज, विधि संकाय, बुद्धिस्ट विभाग में छात्रों ने मतदान किया। कालेजों ने भी चुनाव की एक टीम प्रबंधों का ध्यान रखने के साथ निगरानी भी रख रही थी। चुनाव के लिए एक लाख से अधिक मतदाता थे। जानिए कब कितना रहा मतदान प्रतिशत? चुनाव के मुख्य चुनाव अधिकारी चन्द्रशेखर ने कहा कि विश्वविद्यालय में 42 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव में लगभग एक लाख छात्र मतदान करने के पात्र थे। जबकि मतदान प्रतिशत 2019 की तुलना में अधिक था, जब 39.90 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था, यह 2018 के लगभग 11 साल के उच्चतम आंकड़े को पार करने में विफल रहा। 2018 और 2017 में मतदान क्रमशः 44.46 प्रतिशत और 42.8 प्रतिशत था। NSUI का घोषणा पत्र डूसू की पूर्व अध्यक्ष अमृता धवन ने बताया कि एनएसयूआई हमेशा महिलाओं की आवाज उठाती रही है। डूसू में अध्यक्ष बनाने की बात हो या संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष। महिलाओं को एनएसयूआई ने आगे बढ़ाया है।छात्राएं छेड़छाड़ की शिकार हो जाती हैं। साइबर बुलिंग से छात्राओं को बचाएंगे अब उन्हें इंटरनेट मीडिया के जरिए साइबर बुलिंग का शिकार बनाया जा रहा है। ऐसे मामलों में एनएसयूआी सभी छात्राओं को कानूनी मदद दिलाएगा। विश्वविद्यालय में आने वाली अन्य समस्याओं को लेकर भी मदद की जाएगी। वोटों की गिनती शुरू, नॉप्थ कैंपस में मजबूत हुई सुरक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव के मतदान की गिनती शुरू हो गई है। दोपहर 1 बजे तक परिणाम आने की संभावना है। चुनाव में एबीवीपी और एनएसयूआई की टक्कर देखने को मिल रही है। वहीं, मतगणना को देखते गुए दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

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