एडीसी आनन्द कुमार शर्मा ने कहा अपने बच्चों को अवश्य पिलवाए पोलियो की खुराक - स्वास्थ्य विभाग की ओर से 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के 297464 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित नंूह, 12 सितंबर : एडीसी आन
्द कुमार ने कहा कि नूंह जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगामी 18-19 व 20 सितंबर को एसएनआईडी पल्स पोलियो अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाएगी। पल्स पोलियो की खुराक बच्चों के लिए इसलिए आवश्यक है भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान व अफगानिस्तान में पोलियो के मामले बीते कई वर्षों से सामने आ रहे थे लेकिन अब ब्रिटेन में भी पोलियो का मामला सामने आया है। जबकि कई वर्षों से ब्रिटेन में पोलियो का एक भी मामला नहीं था। उन्होंने यह बात सोमवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में पल्स पोलियो कार्यक्रम के तहत गठित जिला टास्क फोर्स की बैठक को संबोधित करते हुए कही। एडीसी आनन्द कुमार शर्मा ने कहा कि नंूह जिला में तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ 18 सितंबर रविवार को होगा। तीन दिवसीय अभियान 20 सितंबर तक चलाया जाएगा। तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान के तहत जिले में जीरो से पांच वर्ष तक की आयु के दो लाख 97 हजार 464 बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने के भी निर्देश दिए अगर कही पोलियो की दवा पिलाने वाली टीम नहीं पहुंची तो उस नंबर पर सूचना दी जाए। सिविल सर्जन डा. सुरेन्द्र यादव ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि हेल्पलाइन नंबर पर सूचना मिलते ही संबंधित क्षेत्र में मोबाइल टीम भेजी जाएगी इसके लिए टीमें रिजर्व में रखी जाएंगी। उन्होंने बताया कि जीरो से 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाकर देश के भविष्य को सुरक्षित रखा जा सकता है। इस अभियान में कोई भी बच्चा पोलियो रोधी खुराक पीने से वंचित न रहे। उन्होंने ईंट भ_ïों व मलिन बस्तियों में छोटे बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने हेतु विशेष ध्यान देने तथा निर्माणाधीन स्थानों पर मौजूद श्रमिकों के बच्चों को भी पोलियो की दवा पिलाने के निर्देश दिए हुए हैं। सिविल सर्जन डा. सुरेंद्र यादव ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के अंतर्गत 18 सितंबर को विभाग की टीमों द्वारा निर्धारित पोलियो बूथों पर तथा 19 व 20 सितंबर को घर-घर जाकर जीरो से 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी। लक्ष्य को पूरा करने के लिए 1810 बूथ, टीमें बनाई गई है। जिला में 197 ऐसे मौहल्ले गली व ढाणी है जो हाई रिस्क क्षेत्र में आते है। डब्ल्यूएचओ से डिप्टी सिविल सर्जन डा. संजीव तंवर ने बैठक में तीन दिवसीय कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभागवार कार्यों के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर एसडीएम नूंह अश्विनी कुमार, एसडीएम तावडू़ सुरेंद्र पाल , डा. नवीन यादव, डा. रविकांत सिन्हा, डीईओ रामफल, जिला कार्यक्रम अधिकारी मीरा , श्रम अधिकारी तोफिक अहमद, कार्यकारी अभियंता जनस्वास्थ्य प्रदीप कुमार, बिजली विभाग के एसडीओ कुलदीप, हरियाणा राज्य परिवहन के सीआई सतीश कुमार,सभी बीडीपीओ सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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