इमरान खान के करीबी जुल्फी बुखारी ने उठाया बड़ा कदम, हकीकी आजादी आंदोलन का समर्थन करने के लिए त्याग दी ब्रिटिश नागरिकता

Khoji NCR
2022-09-04 11:04:55

इस्लामाबाद, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता सैयद जुल्फिकार बुखारी ने एक बड़ा कदम उठाया। बुखारी ने रविवार को अपनी ब्रिटिश नागरिकता त्याग दी। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा वह अपने '

ास्तविक स्वतंत्रता आंदोलन' के लिए पूर्व पीएम इमरान खान के साथ लड़ेंगे। बता दें कि बुखारी ने प्रवासी पाकिस्तानियों और मानव संसाधन विकास (ओपीएचआरडी) पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक के रूप में कार्य किया था। सैयद जुल्फिकार बुखारी ने ट्वीट कर कहा बुखारी पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी और दोस्त माने जाते हैं। बुखारी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, 'देश को हमारी जरूरत है, जीत या हार अल्लाह के हाथ में है, लेकिन हमने पाकिस्तान की सेवा करने का फैसला किया है।' उन्होंने कहा कि जो लोग पाकिस्तान से भाग गए हैं वे शरण लेने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें जल्द ही वापस लौटना होगा। बुखारी ने ट्वीट कर कहा, 'कहा गया था कि मैं पाकिस्तान से भाग जाऊंगा, मेरे पास ब्रिटिश पासपोर्ट है, दोहरी नागरिकता वाला कोई और पाकिस्तानी नहीं है।' उन्होंने कहा, 'मैं 100% पाकिस्तानी हूं, मुझे यहां जीना और मरना है, प्रवासी पाकिस्तानी हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे।' पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ खड़ा हूं: बुखारी बुखारी ने कहा कि वह मुश्किल समय में इमरान खान के साथ खड़े रहे थे और हमेशा साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा, 'मैं पाकिस्तानी हूं और पाकिस्तानी ही रहूंगा।' समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, बुखारी के साथ पीटीआई नेता, शिरीन मजारी ने भी अपनी ब्रिटिश राष्ट्रीयता के त्याग की पुष्टि कर दी है। मजारी ने कहा कि जुल्फी पार्टी अध्यक्ष इमरान खान और पीटीआई के हकीकी आजादी के आंदोलन के साथ खड़े हैं। आपको बता दें कि एसएपीएम के रूप में जुल्फी की नियुक्ति को दोहरे राष्ट्रीय होने के कारण 2020 में पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी गई थी। याचिका में कहा गया है कि दोहरे नागरिकों को प्रीमियर के विशेष सहायक के रूप में नियुक्त नहीं किया जाना चाहिए, जिसके बाद पूर्व एसएपीएम ने 2021 में रावलपिंडी रिंग रोड जांच में अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

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