सोहना,(उमेश गुप्ता): बीती देर रात नववर्ष के शुरूआत वाले दिन हरियाणा पुलिस में गौरक्षा के लिए बनाई गई स्पेशल टास्क फोर्स टीम ने एक टाटा-407 में भरकर जिंदा गौधन को गौकशी के लिए ले जाते पकड़ा है जबकि
ौतस्कर रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकलने में कामयाब रहे है। एसटीएफ ने जिंदा गौधन से भरे टाटा-407 टैंपो को कब्जा पुलिस में ले लिया है और बरामद गौधन की हालत गंभीर देख इलाज के लिए पशु चिकित्सक को बुलाया है। ज्यादा हालत बिगडऩे पर 2 गौधन ने दम तोड़ दिया है। जिसका गौभक्तों ने पूरे विधि-विधानपूर्वक एक गढढा खोदकर उसमें नमक डालकर अंतिम संस्कार किया है। पुलिस का कहना है कि एसटीएफ की माने तो एसटीएफ को कई महीनों से इस टाटा-407 टैंपो के जरिए गौतस्करी की सूचना मिल रही थी लेकिन यह टैंपो चालक हर बार अलग-अलग रास्ते बदल कर चकमा दे भाग निकलने में कामयाब हो जाता था। गौतस्कर भाग निकलने में कामयाब हो गए है। जिनकी पहचान का प्रयास हो रहा है। पहचान होते ही गौतस्करों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती देर रात एसटीएफ में कार्यरत एक पुलिस अधिकारी को मुखबिर खास से सूचना हाथ लगी कि एक टाटा-407 टैंपों में जिंदा गौधन को लादकर गौतस्कर कटान के लिए ले जा रहे है। जिस पर एसटीएफ टीम ने एक स्थान पर नाका लगा दिया और जैसे ही टैंपो नाके के समीप आया, पुलिस ने उसे रूकने का संकेत किया तो चालक ने टैंपो की रफ्तार और तेज कर एसटीएफ पर टैंपो चढ़ाने का प्रयास किया लेकिन पहले से मुस्तैद एसटीएफ टीम गौतस्करों की मंशा भाप गई और टैंपो की चपेट में आने से बाल-बाल बच गई। एसटीएफ टीम ने भाग रहे टैंपो का पीछा किया और विभिन्न स्थानों पर नाका लगाने वाले ग्रामीणों और गौ रक्षकों को सूचना दी कि टैंपो उनके लगाए गए कई नाके तोडक़र भाग निकला है। आगे घेराबंदी कर उसे रोका जाए। जिस पर गौरक्षकों ने और ज्यादा तादाद में ग्रामीणों को बुला लिया और जगह-जगह रास्ते में ग्रामीण और गौ भक्त नाके लगाकर खड़े हो गए और एसटीएफ ने एक स्थान पर घेराबंदी डाल टैंपो को पकड़ लिया जबकि गौतस्कर रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकलने में कामयाब रहे है। एसटीएफ ने जब पकड़ में आए टैंपो को चेक किया तो उसके अंदर से मुंह, पैर बांधे 10 जिंदा गौधन मिला, जिनको बाहर निकाल कर तुरंत पशु चिकित्सक को बुलाया गया लेकिन इसी बीच घावों की पीड़ा ना सहते हुए जिंदा गौधन में से 2 गायों ने दम तोड़ दिया। गौरक्षकों का कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है, जैसे गौधन को टैंपो में डालने के बाद गौतस्करों द्वारा बेहोशी की दवा दी गई है और दवा देने के बाद टैंपो में भरकर वध के लिए ले जाया जा रहा था। जिंदा गौधन को नजदीक की एक गौशाला में पुलिस की निगरानी में सुरक्षित पहुंचा दिया गया है। गौधन की हालत बिगड़ती देख पशु चिकित्सक इन गायों के उपचार में लगे है। एसटीएफ टीम का कहना है कि अज्ञात गौतस्करों के खिलाफ भादस की विभिन्न आपराधिक धाराओं के अंतर्गत अभियोग दर्ज किया गया है। गौरक्षादल कार्यकर्ताओं का कहना है कि क्षेत्र में गौधन चोरी और वध करने वालों का गिरोह सक्रिय है, जो गाय, बैल, बछिया, बछड़ा आदि को चोरी कर उन्हे वध के लिए ले जाकर मोटी कमाई कर रहे है। गौरक्षादल से जुड़े कार्यकर्ताओं ने तेजी से बढ़ रही गौ तस्करी को लेकर अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। यहां गौरक्षादल से जुड़े कार्यकर्ता क्षेत्र में लिंक रोड और गांवों में पूरी-पूरी रात और दिन के वक्त भी ग्रामीणों के सहयोग से नाके लगाते है ताकि पशु तस्करों को पकड़ा जा सके। इसके अलावा गौरक्षा के लिए तैनात पुलिस टास्क फोर्स के साथ गौरक्षा दल कार्यकर्ताओं ने अब एक्सप्रेस हाईवों पर भी पूरी-पूरी रात नाके लगाने शुरू कर दिए है ताकि एक्सप्रेस हाईवे वाले सडक़ मार्ग से निकलने वाली गायों से भरी गाडिय़ों को पकड़ा जा सके। गौ रक्षकों का कहना है कि गौ तस्कर अब गौतस्करी के लिए नए-नए रास्तों के साथ-साथ नए-नए तरीके इजाद कर रहे है। गौ रक्षकों का कहना है कि देश में पहले भी कई स्थानों पर ऐसे ही कई गाडिय़ां पकड़ी गई है, जिनमें ऊपर आलू, प्याज अथवा किसी अन्य सामान के बोरे और नीचे पैर मुंह बांधकर गाय पकड़ी गई है। हरियाणा पुलिस में गौरक्षा के लिए बनाई गई पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स की कमान संभाले एडीजीपी विकास अरोड़ा का कहना है कि पुलिस पहले से ज्यादा मुस्तैद हुई है। किसी को भी पशु तस्करी विशेषकर गौ तस्करी आदि की जानकारी मिले तो वह तत्काल उन्हे अथवा अपने नजदीकी पुलिस चौकी थाने में अवगत कराए ताकि पशु चोरी और तस्करी करने वाले गिरोह को पकड़ा जा सके।
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