फरीदाबाद दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बुधवार को अच्छी खबर आई। दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सबसे बड़े अस्पताल की सौगात मिली है। औद्योगिक नगरी फरीदाबाद को बुधवार को अमृता अस्पताल (Amrita Hospital) के रूप म
ं चिकित्सीय क्षेत्र की बड़ी सौगात मिली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को अमृता अस्पताल का उद्घाटन किया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश भी यह कोशिश कर रहा है कि सरकारें पूरी निष्ठा और ईमानदारी से मिशन मोड में देश के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र का कायाकल्प करें। इसके लिए सामाजिक संस्थाओं को भी प्रोत्साहन किया जा रहा है। निजी अस्पतालों के साथ प्रभावी पीपी माडल तैयार हो रहा है। हमारे कई दूसरे धार्मिक संस्थान इस तरह के इंस्टीट्यूट चला भी रहे हैं, कई संकल्पों पर काम कर रहे हैं। समाज के हर वर्ग हर संस्था हर सेक्टर के प्रयास का नतीजा होता है कि हमने कोरोना के काल में देखा है। आपको याद होगा भारत ने अपनी वैक्सीन बनाई थी तो कुछ लोगों ने दुष्प्रचार की कोशिश की थी। देश के धार्मिक गुरु एक साथ आए और लोगों को अफवाहों पर ध्यान देने का कहा। तब लोगों में विश्वास पैदा हुआ। इस बार लाल किले से मैंने अमृतकाल के पंच प्राणों का विजन देश के सामने रखा। इनमें एक है गुलामी की मानसिकता का पूर्णतया त्याग। इसकी देश में खूब चर्चा भी हो रही है। इस मानसिकता का जब हम त्याग करते हैं तो हमारे काम की दिशा भी बदल जाती है। यही त्याग प्राइवेट अस्पतालों में भी दिख रहा है। हमारा योग और आयुर्वेद विश्व चिकित्सा पद्धति बन चुका है। स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं का दायरा केवल अस्पतालों और इलाज तक सीमित नहीं होता। सेवा से जुड़े ऐसे कई कार्यक्रम होते हैं जो स्वस्थ समाज की आधारशिला रखते हैं। साफ पानी तक लोगों की पहुंच ऐसा ही विषय है। हमारे देश में कितनी ही बीमारियां प्रदूषित पानी से होती रही है। इसलिए देश ने तीन साल पहले जनजीवन अभियान की शुरुआत की। इन तीन सालों सात करोड़ लोगों को पाइप से पानी पहुंचाया जा चुका है। इसमें हरियाणा सरकार ने भी महत्वपूर्ण कार्य किया है। हरियाणा आज उन अग्रणी राज्यों में है जो घर-घर पाइप से जुड़ चुका है। खेल तो यहां की मिट्टी में है। तभी यहां के युवा खेल के मैदान में तिरंगे की शान बढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सही विकास होता ही वह है जो सब तक पहुंचे जिससे सबको लाभ हो। गंभीर बीमारी के इलाज को सब तक पहुंचाने की भावन अमृता अस्पताल की है। मुझे विश्वास है कि सेवाभाव का आपका यह संकल्प हरियाणा दिल्ली एनसीआर के लाखों परिवारों को आयुष्मान बनाएगा। इस दौरान उनके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, अमृतानंदमयी मठ की प्रमुख मां अमृता, केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला मौजूद रहे। अस्पताल का निर्माण माता अमृतानंदमयी मिशन ट्रस्ट की ओर से किया गया है हालांकि इसे निजी क्षेत्र का ही माना जाएगा। लेकिन ट्रस्ट की प्रमुख आध्यात्मिक गुरु मां अमृतानंमयी की जिस तरह से सेवा भावना वाली छवि है, उसे देखते हुए इस अस्पताल का लाभ आर्थिक रूप से कमजोर जरूरतमंदों को बेहद रियायती दर पर देने की बात भी अस्पताल से जुड़े अधिकारियों द्वारा की जा रही है। इसका स्वरूप क्या होगा, यह आने वाले समय में पता चलेगा। यह एशिया का सबसे बड़ा निजी अस्पताल है। प्वाइंट्स में जानें खास बातें- फरीदाबाद के सेक्टर-88 में निर्मित अस्पताल 2600 बेड का होगा। पहले चरण में 550 बेड की सुविधाओं के साथ शुरू होगा इसमें सभी प्रमुख चिकित्सकीय सुविधाएं होंगी, जिसमें आर्कियोलाजी, कार्डियक साइंस, न्यूरो साइंस, गेस्ट्रो साइंस, रिनल, ट्रामा ट्रांसप्लांट, मदर एंड चाइल्ड केयर सहित 81 तरह की विशेष चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। 24 अगस्त को प्रधानमंत्री के उद्घाटन के बाद अगले दिन इस अस्पताल में 550 बिस्तरों से इसकी शुरुआत हो जाएगी। अस्पताल के रेजीडेंट मेडिकल निदेशक डा.संजीव के सिंह के अनुसार अम्मा यानी माता अमृतानंदमयी के आशीर्वाद से दो साल बाद अस्पताल में बेड की संख्या बढ़कर 750 और पांच साल में एक हजार बेड की हो जाएगी। इसमें 534 क्रिटिकल केयर बेड भी शामिल होंगे। फिर चरण दर चरण इसमें विस्तार करते हुए 2600 बेड का अस्पताल जनता को समर्पित होगा। दिल्ली-एनसीआर के लोगों को होगा सबसे ज्यादा फायदा अस्पताल प्रबंधकों के दावे पर यकीन करें, तो यह देश की नहीं बल्कि पूरे एशिया में सबसे बड़ा और आधुनिक अस्पताल होगा। इस अस्पताल के शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा, जिन्हें जरूरत पड़ने पर आधुनिक उपचार संबंधी सुविधाएं मिलेंगी। मेडिकल निदेशक संजीव सिंह के अनुसार ट्रस्ट की ओर से पहले से ही 11 बड़े अस्पताल संचालित हैं और इनमें कोच्चि में सबसे बड़ा 1350 बेड का अस्पताल है। अब यह 2600 बेड का अस्पताल होगा। जरूरतमंदों को रियायती दर पर उपचार के बारे में मेडिकल निदेशक ने कहा कि देश भर में विभिन्न अस्पतालों में जरूरतमंदों व निर्धन वर्ग को निश्शुल्क चिकत्सीय सुविधाएं दी जाती हैं, पर उससे पहले इसकी जांच की जाती है कि संबंधित की पृष्ठभूमि क्या है और क्या वास्तव में उसको जरूरत है। अस्पताल का आंतरिक आडिट भी होता है, जिसमें डाक्टर क्या दवा लिखते हैं, इस पर भी नजर रखी जाती है। रोजगार के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष अवसर होंगे सृजित अस्पताल परिसर चूंकि 133 एकड़ क्षेत्र में निर्मित है और इसमें सैकड़ों डाक्टर कार्यरत होंगे, साथ ही दस हजार का पैरा मेडिकल स्टाफ होगा, तो इसे देखते हुए रोजगार के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष अवसर सृजित होंगे। अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार बड़ी संख्या में नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा अस्पताल से जुड़ कर अप्रत्यक्ष रूप से अन्य कार्य निकलेंगे। अस्पताल में होगा 498 कमरों वाला गेस्ट हाउस: अमृता अस्पताल के परिसर में हेलीपैड होगा और 498 कमरों वाला गेस्ट हाउस भी है। यहां मरीजों के साथ आने वाले अटेंडेट रह सकेंगे। मेडिकल निदेशक के अनुसार यह अस्पताल आधुनिक चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित होगा। चुनावी रैली के दौरान पीएम कर चुके हैं अस्पताल का जिक्र प्रधानमंत्री के संबोधन में बल्लभगढ़ के बलिदानी राजा नाहर, भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त संत सूरदास और बाबा फरीद का जिक्र हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का औद्योगिक नगरी से गहरा नाता रहा है। जब उनके पास पार्टी के हरियाणा प्रभारी की कमान होती थी, तब नियमित रूप से उनका फरीदाबाद आगमन होता था। वर्ष 2014 और 2019 के हरियाणा के चुनाव में अपनी चुनावी रैलियों में इसका स्वयं पीएम जिक्र भी कर चुके हैं। विपक्ष की मांग, पीएम सड़क मार्ग से लें शहर का जायजा प्रधानमंत्री के आगमन से जहां भाजपा कार्यकर्ता उत्साहित हैं और उनको सुनने के लिए समारोह स्थल पर पहुंचने की तैयारी में हैं, वहीं प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ व नीरज गुप्ता ने निशाना साधते हुए कहा कि पीएम हेलीकाप्टर की बजाय अगर सड़क मार्ग से आते तो शहरवासियों को ज्यादा खुशी होती।
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