सलमान रुश्दी पर हुए हमले की इमरान खान ने की निंदा, कहा- लोगों में गुस्‍सा जायज लेेकिन हमला सही नहीं

Khoji NCR
2022-08-19 10:18:05

इस्‍लामाबाद, के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने भारतीय मूल के लेखक सलमान रुश्दी (75) पर शुक्रवार को न्यूयार्क (NewYork) में चाकू से हुए जानलेवा हमले की निंदा की है। उन्‍होंने इसे 'भयावह' और 'दुखद

यी' करार दिया है। इमरान ने कहा कि रुश्‍दी की किताब 'The Satanic Verses' को लेकर भले ही इस्‍लाम धर्मावलंबियों में आक्रोश है, लेकिन इस तरह के हमले को सही नहीं ठहराया जा सकता। इमरान ने किया अपनी मुश्‍किलों का जिक्र The Guardian को दिए एक इंटरव्‍यू में इमरान ने कहा है, उन्‍हें उम्‍मीद थी कि अफगानिस्‍तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) के लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ जाकर महिलाएं अपने हक के लिए लड़ेंगी, लेकिन इस मुद्दे को लेकर भी उन्‍हें एक फायरब्रांड (Firebrand) नेता के तौर पर देखा गया। इसके अलावा, अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद वह राजनीति में बने रहने के लिए भी निरंतर संघर्षरत हैं। अफगान महिलाओं पर इमरान का बयान मालूम हो कि पिछले साल इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्यों की एक बैठक में अफगान महिलाओं पर की गई इमरान की टिप्‍पणी को लेकर दुनिया में उनकी खूब आलोचना हुई थी। अपने बयान में उन्‍होंने कहा था कि लड़कियों को शिक्षित नहीं करना अफगान संस्कृति का हिस्सा है। इमरान ने राजनीतिक करियर पर की बातें इमरान ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को सताया और धमकाया गया। वह आठ साल से चुनाव प्रचार के लिए अवैध वित्तपोषण के आरोपों का भी सामना कर रहे हैं, जिसके चलते उन्हें राजनीति से भी प्रतिबंधित किया जा सकता है। रूश्‍दी पर हमलेे की निंदा The Guardian ने अपनी रिपोर्ट में बताया, दस साल पहले भारत में आयोजित एक कार्यक्रम में सलमान रुश्‍दी (Salman Rushdie) के आने से इमरान ने अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई थी। दोनों के बीच वाद-विवाद का सिलसिला भी जारी था, लेकिन हाल ही में रुश्‍दी पर हुए हमले को उन्‍होंने अपना समर्थन नहीं दिया, बल्कि इसकी निंदा की। जबकि अधिकतर राजनेताओं ने मामले पर टिप्‍पणी देने से परहेज किया है। हमले पर बयान हमले के बारे में पूछे जाने पर इमरान ने कहा, ''यह खौफनाक और दुख देने वाली घटना है। रुश्‍दी चीजों को समझते हैं क्‍योंकि वह एक मुस्लिम परिवार से हैं। उन्‍हें पता है कि एक मुसलमान के दिल में पैंगबर के लिए कितना प्‍यार और सम्‍मान होता है। मैं समझ सकता हूं कि लोगों में गुस्‍सा है, लेकिन इसे लेकर हमले को मैं सही नहीं ठहरा सकता।''

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