नई दिल्ली, केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने लोकसभा में कहा कि अगर हम 10 बार भी काल करें तो बंगाल के मंत्री फोन नहीं उठाते। यह बंगाल की स्थिति है । उन्होंने यह बात राज्य में केंद्र सरकार की योजना
ं के क्रियान्वयर पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही। 'बंगाल में फोन काल न उठाना, एक आदत बन गई है' मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न उठाते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा, 'पश्चिम बंगाल में हमारे काल को न उठाना और हमें न सुनना, एक आदत बन गई है।' तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में किया विरोध प्रदर्शन केंद्रीय मंत्री और चौधरी की टिप्पणी के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल के भाजपा सदस्य एस एस अहलूवालिया ने राज्य में पीएम-दक्ष योजना (PM-DAKSH Scheme) के कार्यान्वयन से संबंधित पूरक प्रश्न उठाए और पूछा कि क्या मंत्री मुद्दों को सुलझाने के लिए संबंधित अधिकारियों से बात करेंगी। प्रधानमंत्री दक्षता और कुशलता सम्पन्न हितग्राही (पीएम-दक्ष) का उद्देश्य अनुसूचित जातियों सहित विभिन्न पिछड़े वर्गों के युवाओं को कुशल बनाना है। 10 बार कॉल करने भी मंत्री नहीं उठाते फोन सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री भौमिक ने कहा, 'अगर हम पश्चिम बंगाल में 10 बार मंत्रियों को काल करते हैं, तो भी मंत्री काल नहीं उठाते हैं और जो मंत्रियों के साथ हैं, वे भी मंत्रियों के मोबाइल नंबर साझा करने से डर रहे हैं। यह स्थिति है। वहीं, अधीर रंजन चौधरी ने केंद्रीय मंत्री से मुर्शिदाबाद को विकसित करने में मदद करने का आग्रह किया और कहा कि पश्चिम बंगाल में 'काल को न उठाना और हमें न सुनना लोगों की आदत बन गई है। सदन में कांग्रेस के नेता पश्चिम बंगाल में बेरहामपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमें नहीं मिल पा रही मदद इसके जवाब में भौमिक ने कहा कि मंत्री बनने के बाद से पिछले एक साल से वह जिले में दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों को 12 करोड़ रुपये के उपकरण बांटने का प्रयास कर रही हैं लेकिन सफल नहीं हो रही हैं। उन्होने कहा कि 16,000 लोगों का आकलन किया गया है और 'हम उपकरण देने के लिए भी तैयार हैं, लेकिन हमें मदद नहीं मिल रही है'।
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