समझदारी, जवाबदारी, वफादारी और ईमानदारी इन चार शब्दों का मर्म जान जाए तो भी जीवन सार्थक हो जाता है : विपिन कुमार शर्मा

Khoji NCR
2022-05-02 10:20:14

नारनौल 2 मई। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जिला बाल कल्याण परिषद की ओर से आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नांगल चौधरी में बच्चों को नैतिक मूल्यों की शिक्षा पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया ग

ा। इस मौके पर नैतिक मूल्य की शिक्षा के राज्य नोडल अधिकारी एवं पूर्व जिला बाल कल्याण अधिकारी विपिन कुमार शर्मा ने बताया कि मनुष्य अगर 4 वेदो का अर्थ ना जाने तो कोई बात नहीं परन्तु यदि समझदारी, जवाबदारी, वफादारी और ईमानदारी इन चार शब्दों का मर्म जान जाए तो भी जीवन सार्थक हो जाता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक राष्ट्र की सामाजिक एवं सांस्कृतिक उन्नति वहां की शिक्षा पद्धति पर निर्भर करती है। शिक्षा और संस्कार जिंदगी जीने के मूल मंत्र हैं। शिक्षा कभी झुकने नहीं देगी और संस्कार कभी गिरने नहीं देंगे। हमारे देश में स्वतंत्रता के बाद शिक्षा के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है और वर्तमान में कला, वाणिज्य, विज्ञान, चिकित्सा आदि अनेक विषयों के विभिन्न संवर्गो में शिक्षा का गुणात्मक प्रसार हो रहा है। फिर भी एक कमी यह है कि यहां नैतिक शिक्षा पर इतना ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे युवा पीढी संस्कारहीन और कोरी भौतिकतावादी बन रही है। आज व्यक्ति एवं समाज में साम्प्रदायिक्ता, जातीयता भाषावाद्, भ्रष्टाचार, भ्रूण हत्या, हिंसा, अलगाववाद की संकीर्ण भावनाओं व समस्याओं के मूल में नैतिक मूल्यों का पतन ही उत्तरदायी कारण है। नैतिक शिक्षा से अभिप्राय उन मूल्यों, गुणों और आस्थाओं की शिक्षा से है, जिन पर मानव की निजी और समाज की सर्वश्रेष्ठ समृद्ध निर्भर करती है। नैतिक शिक्षा व्यक्ति के आंतरिक सद्गुणों को विकसित करती है, क्योंकि व्यक्ति समाज का ही एक अंग है इसलिए उसके सद्गुणों के विकास का अर्थ है - समय समाज का सुसभ्य एवं सुसंस्कृत होना। उन्होंने बच्चों को उच्च श्रेणी की शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की शिक्षा को भी अवधारण करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर डा. सुशील त्रिमूर्ति समाजसेवी नांगल चौधरी ने बताया कि मादक पदार्थो के नशे की लत युवा वर्ग में तेजी से फैल रही है। मादक पदार्थो का सेवन जानलेवा सिद्ध होता है। नशा हमें मानसिक, समाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर करता है। उन्होंने छात्रों से नशा मुक्त समाज का आह्वान करते हुए स्वयं नशे से बचना व दूसरों को भी बचाने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर प्राचार्य प्रेम सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया तथा बच्चों को अपने जीवन में नैतिक मूल्य धारण करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि हमारे विद्यालय में बच्चों को प्रतिदिन नैतिक मूल्यों से अवगत करवाया जाता है तथा सभी बच्चे व अध्यापकगण इनका पालन करते है। इस अवसर पर बाल भवन से तीरंदाजी कोच सुरेन्द्र शर्मा, प्रवक्ता राजेश शर्मा, प्रवक्ता बस्तीराम, प्रवक्ता महिपाल, पीटीआई पंकज राठी सहित स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

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