सिंगापुर: कोरोना टीकाकरण के बारे में झूठ बोलने पर भारतीय मूल के दो पुरुषों को जेल

Khoji NCR
2022-04-28 09:34:22

सिंगापुर, सिंगापुर की एक अदालत ने भारतीय मूल के दो लोगों को तब जेल की सजा सुना दी जब दोनों ने ही अपने टीकाकरण के बारे में झूठी जानकारी दी और एक को लगे टीके का स्टेटस दिखाकर दोनों सिंगापुर के बार

में घुसने की कोशिश कर रहे थे। बार में एंट्री के लिए बोला झूठ एक बार (BAR) में प्रवेश करने के लिए दोनों ने ही कोरोना (covid-19 vaccination) टीकाकरण की स्थिति के बारे में झूठ बोलने के मामले में सिंगापुर के एक कोर्ट ने दो भारतीय मूल के पुरुषों को पांच दिन के लिए जेल भेज दिया है। 65 वर्षीय उथेयकुमार नल्लाथम्बी ने बार में प्रवेश करने के लिए 37 वर्षीय रघुबीर सिंह के रूप में अपनी पहचान बदलकर बार में प्रवेश किया था।जिसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ। द स्ट्रेट्स टाइम्स ने बताया कि सिंह ने अदालत को बताया कि उसकी प्रेमिका और वह पिछले साल 9 सितंबर को नल्लाथम्बी से मिले थे। बाद में तीनों शराब पीने के लिए एक द्वीप रिसॉर्ट सेंटोसा गए और वहां से दोनों ने बिकनी बार जाने का फैसला किया क्योंकि वह उनकी पहली पसंद कोस्ट्स बार में जाने की थी लेकिन वहां भीड़ थी। लेकिन बिकनी बार के एक सहायक प्रबंधक ने नल्लाथम्बी को प्रवेश नहीं करने दिया क्योंकि उसका टीकाकरण नहीं हुआ था। नल्लाथम्बी नाम का व्यक्ति खुद को बता रहा था रघुबीर सिंह उप लोक अभियोजक शेन वानकिन ने कहा कि बिकनी बार छोड़ने के बाद सिंह ने सुझाव दिया कि नल्लाथम्बी सिंह के ट्रेस टुगेदर एप्लिकेशन और टीकाकरण स्थिति (TraceTogether application and vaccination status) का उपयोग करके बार में प्रवेश करेगा। शेन वानकिन ने बताया कि नल्लाथम्बी खुद को सिंह के रूप में झूठे और गलत तरीके से पेश कर रहा था। नल्लाथम्बी ने सिंह के सुझावों पर सहमति जताई और उस व्यक्ति का मोबाइल फोन ले लिया। इसके बाद वह महिला के साथ कोस्ट्स बार गए जबकि सिंह बाहर इंतजार कर रहे थे। बार के मैनेजर ने किया इस झूठ का खुलासा नल्लाथम्बी वहां ड्रिंक कर रहा था, तभी बिकिनी बार के असिस्टेंट मैनेजर ने उसे देखा और याद किया कि उसने उसे अपने कार्यस्थल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी थी क्योंकि उसका टीकाकरण नहीं हुआ था। उसने कोस्ट्स में अपने साथ काम करने वाले कर्मचारी को बताया और उसके संचालन प्रबंधक (operation manager) ने फिर नल्लाथम्बी के फोन को अपने कब्जे में लेकर उसकी जांच की। इसके बाद खुलासा हुआ कि जिस उपकरण के प्रयोग से नल्लाथम्बी अपने आप को सिंह बता कर उसके कोविड टीकाकरण के स्टेटस का इस्तेमाल कर रहा था। इस मामले की सूचना सेंटोसा डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के एक ड्यूटी मैनेजर को दी। बता दें कि सिंगापुर में व्यक्तिगत रूप से किसी को धोखा देने पर, एक अपराधी को पांच साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है।

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