दम तोड़ती स्वास्थ्य सेवाओं व अन्य समस्याओं को लेकर ग्रामीणों में रोष, सरकार को कोसते हुए की नारेबाजी चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 25 अप्रैल, सरकार की ढीली पकड़ और प्रशासन के उदासीन रवैये से खिन्न झो
ू कलां के ग्रामीणों ने आज अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयुक्त समन्वयक राजू मान की अगुवाई में जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ना केवल स्वास्थ्य विभाग लापरवाही कर लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है बल्कि जन स्वास्थ्य विभाग का भी यही हाल है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जल्दी ही इस ओर ध्यान नहीं दिया तो लोग कड़े कदम उठाने को मजबूर होंगे। इस मौके पर किसान नेता राजू मान ने कहा कि बड़ी लागत से तैयार हुआ झोझू कलां का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महज सफेद हाथी बनकर रह गया है। साधारण मरीज को भी इलाज देने की बजाए उन्हें रेफर कर दिया जाता है। हालात इस कदर गंभीर है कि मुफ्त दवाई मिलना तो दूर भीषण गर्मी में मरीजों को पीने के पानी के लाले पड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि रात में डॉक्टरों के उपलब्ध ना होने की शिकायत ग्रामीण कई बार कर चुके हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि लेब में टेस्टिंग की व्यवस्था भी नाममात्र की है। मान ने कहा कि झोझू कलां में जन समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। जन स्वास्थ्य विभाग को लेकर लोगों में बड़ा रोष है। पीने के पानी की मेन लाइन कई जगह से टूटी हुई है जिससे पानी में मिक्सिंग हो रही है और इससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2 महीने पहले झोझू बस स्टैंड के बाहर लाखों की लागत से लगाया गया आरओ प्लांट हफ्ते भर भी नहीं चल पाया। उसके साथ बनाये गए शहीद पार्क का दस दिन पहले सिर्फ नाम का उद्घाटन कर दिया गया लेकिन उसका मुख्य गेट ना होने के कारण उसमें आवारा पशु घुमते देखे जा सकते हैं। प्रशासन को उसमें घास के साथ पेड़ पौधे लगाकर उसकी समुचित व्यवस्था करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ही किसानों की कमर तोड़कर रख दी है अब तुड़े पर रोक के तुगलकी फरमान ने उसका असली चेहरा जनता के सामने ला दिया है लेकिन किसान और मजदूर सरकार की एक एक ज्यादती का मुंह तोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। इस अवसर पर राजेश कुमारी, कृष्णा देवी, सतबीर सिंह, राजेन्द्र सिंह, जगदीश सांगवान, हवासिंह, राजेन्द्र कलाली, अभयराम, संदीप, सतेंद्र, छोटन, अमन, योगेश, संदीप मेहड़ा, नरेश, रोशनी, मेवा, बिमला इत्यादि मौजूद थे।
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