शिक्षा अत्यन्त महत्वपूर्ण है पर साथ में नैतिक मूल्यों की शिक्षा, राष्ट्रप्रेम और सनातन संस्कार भी उतना ही जरूरी है - विपिन कुमार शर्मा।

Khoji NCR
2022-04-19 09:52:33

नारनौल एनसीआर हरियाणा (इशिका यादव)÷ हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद्, चण्डीगढ की जिला इकाई नारनौल द्धारा आजादी की 75वीं वर्षगांठ आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आज दिनंाक 19-04-2022 को यदुवंशी शिक्षा नि

केतन, पटीकरा नारनौल में बच्चों को नैतिक मूल्यों की शिक्षा पर आधारित सेमीनार का आयोजन किया गया जिसमें स्कूल के सभी विद्यार्थी एवं अध्यापको को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता पूर्व जिला बाल कल्याण अधिकारी एवं योजना के राज्य नोडल अधिकारी विपिन कुमार शर्मा ने बताया कि शिक्षा अत्यन्त महत्वपूर्ण है पर साथ में नैतिक मूल्यों की शिक्षा, राष्ट्रप्रेम और सनातन संस्कार भी उतना ही जरूरी है। आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान हमें बच्चों को अपने वीर शहीदों जिन्होंने हमारे स्वतन्त्रता संग्राम में बढचढ कर भाग लिया तथा देश के लिए कुर्बानी दी, उन सब को याद करने का समय है तथा हम सब उन्हें नमन करते है। बच्चों को उनके बलिदान से प्रेरणा लेकर उनकी जीवनी से नैतिक मूल्य, राष्ट्र प्रेम व देशभक्ति की शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। हरियाणा सरकार भी इसी कड़ी में 24 अप्रैल को पानीपत में गुरू तेग बहादुर का 400वा प्रकाश पर्व मना रही है जिसका मुख्य उदद्ेश्य भी यही है कि हम महापुरूषों व स्वतन्त्रता सेनानियों को हमेशा याद रखे। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है जिसे नैतिक मूल्यों का र्निवहन करना पड़ता है। मनुष्य के मुख्य नैतिक मूल्यों में सत्य, अहिंसा, परोपकार का समावेश होना चाहिए जिससे अच्छे परिवार, समाज व राष्ट्र का निर्माण हो सकें। आज समाज में चारो ओर हिंसा, अलगाव आंदोलन, असमानता व अत्याचार, अपमान, अवसाद सभी कुरितियाॅ फैली हुई है जो कि नैतिक पतन की वजह से ही ज्यादा फल फूल रही है। अतः इस समय नैतिक मूल्यों के लिए बच्चों को जागरूक करना अत्यन्त आवश्यक है जिस वजह से उनका बचपन से ही नैतिक चरित्र निर्माण हो सकें। उन्होनें आगे बताया कि शिक्षा का मूल उदद्ेश्य आदर्श मानव निर्माण करना है। अतः अच्छी शिक्षा प्राप्त करके ज्ञानवान के साथ चरित्रवान भी बने। अपना चरित्र उज्जवल व निर्मल रखे तथा अच्छे समाज व राष्ट्र का निर्माण करें। उन्होंने बच्चों को महापुरूषो जैसे श्रीराम, श्रीकृष्ण, स्वामी विवेकानन्द, अब्दुल कलाम आजाद, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहब अम्बेडकर, महर्षी दयानन्द व अन्य महापुरूषों के पद चिन्ह्ो पर चल कर उनके विचारो का अनुसरण करते हुए अपने चरित्र का निर्माण करने का सुझाव दिया। इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ0 राम निवास ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए अपनी संस्कृति को अपनाने की अपील की कि वे अपने परिवार, स्कूल, समाज में अपने बुजुर्गो व अध्यापको का सम्मान करें तथा उनसे आर्शिवाद लेकर अपने व्यक्तित्व का चरित्र विकास करें ताकि परिवार, समाज व राष्ट्र का निर्माण हो सकें। इस अवसर पर बाल भवन नारनौल से तीरन्दाजी कोच श्री सुरेन्द्र शर्मा, श्री अमित कुमार यादव एन0सी0आर0 न्यूज के हरियाणा प्रमुख व आजीवन सदस्य बाल कल्याण परिषद्, यदुवंशी शिक्षा निकेतन की निदेशक श्रीमती सुरेश यादव, उप-प्राचार्य श्री नरेश कुमार, डी0पी0 श्री शेरसिंह व श्री सन्दीप कुमार, श्री देवेन्द्र लाम्बा प्रवक्ता सहित स्कूल के अन्य अध्यापकगण व कर्मचारी तथा स्कूली बच्चें उपस्थित रहे।

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