सोहना में ईश्वर देवी की स्मृति में ‘सर्वजातीय श्रद्धांजलि सभा आयोजित सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर महिला समाजसेविका श्रीमती ईश्वर देवी धर्मपत्नी स्वर्गीय गणेशदास राजपाल की स्मृति में श
र में बसअडडा के साथ लगती पंजाबी धर्मशाला के सभागार में सर्वजातीय श्रद्धांजलि व प्रेरणा सभा का आयोजन हुआ। उनको श्रद्वासुमन अर्पित करने के लिए पंडित हेमंत वशिष्ठ, सीताराम शास्त्री, पंडित रामकुमार दास, पंजाबी महासंघ के हरीश नंदा राजू, व्यापारमंडल संघ के अध्यक्ष मनोज बजरंगी, श्री सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष डाक्टर नरेश पाहूजा, पूर्व अध्यक्ष विमलेश गोस्वामी, समाजसेवी पप्पू पठान, पंचनंद समिति से जुड़े समाजसेवी चंदर गांधी, प्रमुख उद्योगपति गुलशन आहूजा, भगत जगन्नाथ गोदारा, अग्रवालसभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश अग्रवाल, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष देवदत्त शर्मा एडवोकेट, उमेश जुनेजा कोकी, युवा समाजसेवी विनीत रतड़ा, मोहित खटटर, पूर्व नगरपार्षद विजय आजाद, एडवोकेट नरेश सैनी, भाजपा नेता कृष्ण मुखी, राजेश अरोड़ा, भाजपा के मंडल अध्यक्ष गौरव चुघ, सोहना पत्रकार संघ के अध्यक्ष उमेश गुप्ता और अनेकों पूर्व व मौजूदा नगरपार्षदों तथा अनेकों पूर्व व मौजूदा सरपंचों, पंचायत मैंबरों, कई जिलापार्षदों के साथ-साथ प्रदेश के कोने-कोने से आए समाज के सैकड़ों गणमान्य लोगों ने शिरकत की। इस मौके पर अनेकों राजनैतिक दलों व सामाजिक संस्थाओं के शोक संदेश पढक़र सुनाए गए और मौजूद मौजिजानों ने अपनी शब्दों के द्वारा उनके कार्यो की सराहना करते हुए याद किया। दिवगंत ईश्वर देवी के पुत्रों विनोद राजपाल, धर्मबीर राजपाल, मुकेश राजपाल व कुलदीप राजपाल को सर्वजातीय समाज की ओर से पगडी बांध सामाजिक जिम्मेदारी सौंपी। उपस्थितों ने दिवगंत ईश्वर देवी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके समाज में किए गए कार्यों को स्मरण किया। श्रद्धांजलि व प्रेरणा सभा में आसपास लगते क्षेत्रों, दर्जन भर से ज्यादा जिलों व दिल्ली, उत्तरप्रदेश, राजस्थान आदि कई प्रांतों से आए शोक संदेशों को भी उपस्थितों के बीच पढकर सुनाया गया। इस अवसर पर दिवगंत ईश्वर देवी की स्मृति में उनके सुपुत्रों और परिजनों ने विभिन्न धर्मार्थ संस्थाओं को धनराशि दान स्वरूप प्रदत की। शोक सभा को प्रेरणा सभा का रूप देते हुए विशेष आमंत्रण पर आई अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त डाक्टर सुकीर्ति माथुर ने कहा कि हर इंसान को जीवन जीने की सही कला सीखना होगा। तभी इंसान का जीवन सार्थन बनेगा। स्वर्ग वो है, जिसका परिवार में प्रेम-प्यार एकता समर्पण सहयोग आदर-मान व सम्मान होता है। वही इंसान स्वर्गलोक में जाता है। दिवगंत ईश्वर देवी एक सामाजिक व्यक्तित्व की धनी होने के साथ-साथ सही मायने में जमीन से जुड़ी सच्ची समाजसेविका थी, जिन्होने शिक्षा, धर्म व अन्य क्षेत्रों में नाम कमाया। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त डाक्टर सुकीर्ति माथुर तथा विभिन्न वक्ताओं व प्रमुख लोगों ने उन्हे अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए दिवगंत ईश्वर देवी के परिजनों से उनके सिद्धांतों पर चलने और उनके सपनों को पूरा करने की प्रेरणा दी। श्रद्धांजलि सभा में बोलते वक्त विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि दिवगंत ईश्वर देवी आज हमारे बीच नहीं है लेकिन वह अपने पीछे भरापूरा और साधन सम्पन्न परिवार छोड़ गई है। जो मानव अपने जीवन में समाज के लिए कोई कार्य करता है, समाज उन्हें सदैव याद रखता है। वक्ताओं ने बताया कि दिवगंत ईश्वर देवी अपनी जुबान और बात की धनी और परोपकारी समाजसेविका थी। वे सदैव ही धर्मकार्यों में बढ़-चढक़र सहभागिता निभाते हुए शोषितों, दबे-कुचले वर्गो, निर्धनों, जरूरतमंदों की सहायता करने तथा महिला समाज के उत्थान, गौसेवा, नारी शिक्षा को बढ़ावा, पौधारोपण कर हरित क्रांति के प्रति लोगों को जागरूक बनाने, समाज में आपसी प्रेम-प्यार, भाईचारा को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत रही। उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम सभी उनके दिखाए रास्ते का अनुसरण करे।
Comments