नारनौल, 4 अप्रैल। भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशानुसार सम्पूर्ण भारत वर्ष में 21 मार्च से 4 अप्रैल तक चौथा पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसी कार्यक्रम के तहत आज कृषि
विज्ञान केंद्र महेंद्रगढ़ में पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर कृषि मंत्रालय भारत सरकार से संयुक्त निदेशक डा. विक्रान्त सिंह ने शिरकत की। कार्यक्रम मेंं लगभग 50 किसानों व कृषि विभाग महेन्द्रगढ़ के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि डा. विक्रांत सिंह ने किसानों को बताया कि उन्हें अपने भोजन में मिश्रित अनाज, मिश्रित दालें व हरी पत्तेदार सब्जियों का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कुपोषण से बचने के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला तथा भारत सरकार के संदेश को किसानों तक पहुंचाने का सफल प्रयास किया। शरीर को बिमारियों से बचाने व दीर्घ आयु के लिए संतुलित आहार का सेवन बहुत ही जरूरी है। इस मौके मुख्यातिथि के साथ आए तकनीकी अधिकारी रजत चौहान ने बताया कि भोजन में विटामिन का अत्यधिक महत्व है, जैसे विटामिन-ए से भरपूर खाद्य आहार लेने से नेत्र ज्योति बनी रहती है। डा. आशीष कुमार पाल ने बताया कि बच्चों में कुपोषण की समस्या से बचने के लिए प्रोटीन व कार्बोहाड्रेट युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र महेंद्रगढ़ से वरिष्ठ संयोजक डा. रमेश ने बताया कि फल व सब्जियां विटामिन व खनिज तत्वों का भण्डार होती है। यह मनुष्य को रोग प्रतिरोधक शक्ति प्रदान करती हैं। अत: इन्हे दैनिक आहार में शामिल करें। उपमण्डल कृषि अधिकारी महेन्द्रगढ़ डा. अजय यादव ने बताया कि भोजन की पौष्टिक्ता बढ़ाने के लिए खाद्य पदार्थो को पकाने से पूर्व खमीरीकरण, अंकुरण आदि क्रियाओं का प्रयोग करें। इसके साथ-साथ उन्होंने खाद्य पदार्थो में मोटे अनाज का अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए कहा।
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