पढ़ाई छोड़ बच्चे को जाना पड़ता था दुकान पर नारनौल एनसीआर हरियाणा (इशिका यादव)÷ पांव से लाचार पृथ्वी सिंह को मोटराइज ट्राईसाईकिल उपलब्ध जिला रेडक्रॉस सोसायटी ने उम्मीदों के पंख लगाने का काम
िया है। मोटराइज ट्राईसाईकिल ने उसके घर में छाए अंधेरे में रोशनी ला दी है। दरअसल उपायुक्त श्याम लाल पुनिया के निर्देश पर रेडक्रॉस सचिव श्याम लाल सुंदर ने उन्हें प्राथमिकता के आधार पर 30 मिनट में मोटराइज ट्राईसाईकिल उपलब्ध करवा दी। ट्राईसाईकिल ने उनकी जिंदगी में नया सवेरा ला दिया है। चाय की दुकान एवं कपड़ों के प्रेस करके अपने परिवार का गुजर-बसर करने वाले पृथ्वी सिंह जब पांव से लाचार हो गए तो उनके पास केवल घर में रहने के अलावा और कोई चारा नहीं रहा। इस कारण उनकी पत्नी व बेटे पर सारा भार आ पड़ा और बेटे की शिक्षा भी प्रभावित हुई। यह सब आप बीती दिव्यांग पृथ्वी सिंह के बेटे मनोज कुमार ने रेडक्रास सचिव को बताई। सचिव श्याम सुंदर ने बिना किसी देरी के उपायुक्त के संज्ञान में लाकर मात्र 30 मिनट में मोटराइज ट्राईसाइकिल बैटरी से चलने वाली रिक्शा घर जाकर उपलब्ध करवाई। बैटरी वाली रिक्शा मिलते ही दिव्यांग पृथ्वी सिंह की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। उसने अपनी नम आंखों से कहा थैंक्यू डीसी साहब। आज पृथ्वी सिंह मोटराइज ट्राईसाइकिल के माध्यम से रोजाना घर से दुकान जाते हैं और स्वयं अपना रोजगार शुरू करके अपना व अपने परिवार का गुजर-बसर पुनः करने लगे हैं। उनकी पत्नी और बेटा भी उनके कार्य में मदद करते हैं। बेटा मनोज जो पिता की दिव्यांगता के कारण कोई कोचिंग आदि नहीं ले पा रहे थे। अब उन्हें किसी अकेडमी में कोचिंग देना शुरू कर दिया है। जिला रेडक्रॉस समिति के इस छोटे से प्रयास से पृथ्वी सिंह के साथ-साथ 25 से अधिक दिव्यांगजन स्वयं अपना रोजगार करने लगे हैं और एक स्थान से दूसरे स्थान पर मोटराइज के माध्यम से विभिन्न हुनर सीख रहे हैं। यह एक अनूठा उदाहरण जिला प्रशासन एवं रेडक्रास ने पेश किया है जहां दिव्यांगों को मात्र 24 घंटे में उपकरण उपलब्ध होने लगे हैं।
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