हरियाणा में शुरू की गई ई-पंचायतों की मुहिम को देश भर में लागू कराने के प्रयास : सुनील जागलान सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर नयागांव ग्रामपंचायत के सरपंच सुरज्ञान सिंह का कहना है कि हरियाणा की ग्र
मपंचायतों के लिए कोरोनाकाल वरदान साबित हुआ है। बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच सुनील जागलान के प्रयासों से कोरोनाकाल में ना केवल ई-ग्रामसभाओं की परंपरा शुरू हो पाई बल्कि अब इसे पूरे देश भर में लागू कराने की मुहिम शुरू की जाने वाली है। प्रदेश सरकार सुनील जागलान के इस आइडिया को राज्य में लागू कर चुकी है लेकिन सुनील जागलान इसे पूरे देश में लागू कराना चाहते है। इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार से संपर्क साधा जा रहा है। बीबीपुर के पूर्व सरपंच सुनील जागलान सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन के अध्यक्ष और प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन के सलाहकार भी है। काबिले गौर यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके सेल्फी विद डाटर अभियान की ना केवल भारत बल्कि विदेशों में दिल खोलकर तारीफ कर चुके है। देश-प्रदेश में आधा दर्जन से अधिक योजनाएं सुनील जागलान की देन हैं, जिनका श्रेय भले ही उन्हे नही मिला लेकिन अधिकारियों ने अपनी बाजू पर उनकी फित्ती लगवाने का कोई मौका हाथ से नही जाने दिया। विदेशी पत्र-पत्रिकाओं में भी जागलान के इन प्रयासों को सराहा जा चुका है। किसी नफे-नुकसान की परवाह किए बिना सुनील जागलान अपनी मुहिम में लगे हुए है। उनका लक्ष्य लड़कियां हैं, जिन्हें आत्मनिर्भर, बोल्ड, लीडर और बुराई का विरोध करने में सामथ्र्यवान बनाने का है। बेटियों के घर उनके नाम की प्लेट, ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ मुहिम, पौधारोपण, लाइब्रेरी तथा कोरोनाकाल में ई-पंचायत का आइडिया भी सुनील जागलान की देन है। सोहना ब्लॉक के नयागांव से ई-पंचायत की शुरुआत हुई। हरियाणा में ग्राम पंचायतों का आयोजन नही किया जाता था लेकिन सुनील जागलान ने ई-पंचायत के जरिये लोगों को ना केवल इसकी आदत डाल दी बल्कि सरकार की परेशानी का भी समाधान कर दिया है। ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल ने इसे राज्य भर में लागू कर दिया है। अब ई-पंचायत के नाम से एप भी बनाने की योजना है, जो जागलान का आइडिया है। वह अपने इन प्रयासों को लेकर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से भी मिले। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने इसे काफी सराहा और अधिकारियों को ई-पंचायतें कराने के निर्देश दिए। बाद में खुद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी और उनके बाद मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने ई-पंचायतें की। अब सुनील जागलान केंद्र सरकार के पास एक प्रतिनिधित्व देने वाले है ताकि पूरे देश में इस आइडिया को लागू किया जा सके। सुनील जागलान का कहना है कि उनके पास कई ऐसे प्रस्ताव है, जिनके जरिये सामाजिक क्रांति संभव है लेकिन अधिकारियों व सरकार से उन्हे इसके बदले में सिर्फ प्रोत्साहन चाहिए। उन्होने इस बात पर कोई टिप्पणी नही की कि उनके आइडियों को लागू कर अधिकारी अपनी खुद की पीठ ठोंकते रहे है। सुनील जागलान के अनुसार हमारा मकसद सकारात्मक बदलाव का है। बस इसमें कामयाबी मिलनी चाहिए। उन्होने कहा कि कोरोनाकाल में ई-पंचायतों का आइडिया काफी कामयाब रहा है। अब केंद्र सरकार चाहे तो इसे हरियाणा समेत पूरे देश में अधिकृत रूप से लागू कर सकती है। इसका फायदा यह होगा कि पूरी ग्रामपंचायत खासकर महिलाएं, जो सभाओं में आने से कतराते हैं, वह भी ग्रामसभा की कार्रवाई में आनलाइन हिस्सेदारी कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकेंगे।
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