हेल्दी और एक्टिव बने रहने के लिए बेहद जरूरी है उम्र के हिसाब से खानपान में बदलाव

Khoji NCR
2022-03-08 11:00:16

बेशक उम्र बस एक नंबर है लेकिन अगर आप 60 की उम्र में भी खुद को फिट और एक्टिव रखना चाहती हैं तो भोजन में पोषक तत्वों की मात्रा पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है हमारे शरीर में पोष

तत्वों की मात्रा कम होने लगती है जिसकी वजह से अर्थराइटिस, हाई बीपी और भी दूसरी हेल्थ एंड ब्यूटी से जुड़ी समस्याएं परेशान करने लगती हैं। टीनएजर में एकबारगी मीठी, मसालेदार और जंक फूड्स का सेवन चल सकता है लेकिन बढ़ती उम्र में बिल्कुल नहीं। तो आज के अपने इस लेख में हम एक्सपर्ट से यही जानने वाले हैं कि उम्र के अनुसार कैसा होना चाहिए आपका खानपान। टीनएजर में महिलाओं का खानपान टीनएजर में शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बॉडी को ज्यादा न्यूट्रिशन की जरूरत होती है। ऐसे में न्यूट्रिशन से भरपूर डाइट आपकी प्रियोरिटी होने चाहिए। इस उम्र में शरीर में जरूरी तत्वों की कमी से सबसे बड़ा रिस्क होता है हार्मोन्स का असंतुलित हो जाना, जो बॉडी में कई तरह के फंक्शन्स के लिए जिम्मेदार होते हैं। जिससे कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं जिसमें सबसे पहला है अनियमित पीरियड्स, इसके अलावा हीमोग्लोबिन की कमी वगैरह। तो टीनएजर की डाइट आयरन और प्रोटीन रिच होनी चाहिए। बहुत ज्यादा शुगर, नमक, जंक फूड के साथ ही सैचुरेटेड और ट्रांस फैट वाले भोज्य पदार्थ अवॉयड करने चाहिए। 30 की उम्र में महिलाओं का खानपान अगर आपकी उम्र 30 के नीचे है तो ये बिल्कुल सही समय है अपनी बॉडी में कैल्शियम के कम या ज्यादा होते लेवल को बैलेंस करने के लिए। इसके लिए विटामिन डी से भरपूर चीज़ों को अपनी डाइट में शामिल करें। अगर आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्ट फीडिंग कराती हैं तो आपको डाइट में विटामिन सी, आयरन और लीन प्रोटीन्स लेना चाहिए। वहीं अगर प्रेग्नेंसी की प्लानिंग कर रही हैं तब तो आपको खासतौर से विटामिन डी, B12, आयरन, कैल्शियम और फॉलिक एसिड रिच डाइट लेना चाहिए। इस उम्र में महिलाओं के लिए बेहद जरूरी है बैलेंस और हेल्दी डाइट लेना। साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, दाल, सीफूड्स और फलों का ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सेवन करें। जो हेल्थ के साथ-साथ बढ़ती उम्र को भी कम करने में बेहद फायदेमंद होते हैं। 40 से 50 की उम्र में महिलाओं का खानपान 40 और 50 के पड़ाव पर पहुंच चुकी महिलाओं को ज्यादा कैल्शियम, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर चीज़ों का सेवन करना चाहिए, जैसे- बेरीज़, कोकोआ, ग्रीन टी। इसके अलावा फाइबर रिच फूड्स भी इस उम्र में जरूरी होता है, जिसमें साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां और तरह-तरह के फल शामिल हैं। इस उम्र में विटामिन B12 को बिल्कुल भी इग्नोर न करें क्योंकि ये आपके न्यूरोलॉजिकल फंक्शन को दुरुस्त रखने में अहम भूमिका निभाता है। भोजन से कई बार इस विटामिन की पूर्ति नहीं हो पाती तो इसके लिए आप इनके सप्लीमेंट्स भी ले सकती हैं। इस उम्र में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और विटामिन्स की भी कमी होने लगती है तो ऐसे में लो ग्लाइसेमिक, लो फैट, हाई प्रोटीन डाइट आपको लेना चाहिए। इसके साथ ही एक्सरसाइज तो जरूर आपके रूटीन में शामिल होना चाहिए।

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