देश छोड़कर पोलैंड भागे 1 लाख यूक्रेनी नागरिक, जेलेंस्की ने फिर लोगों से की लड़ने की अपील

Khoji NCR
2022-02-26 11:10:15

कीव, यूक्रेन पर रूसी सेना युद्ध के तीसरे दिन एक बार फिर अपना आक्रमण तेज किए हुए है। वहीं यूक्रेन में हो रही बमबारी के बीच वहां के लोग काफी डर गए हैं। रिपोर्ट की मानें तो 1,00,000 यूक्रेनियन पोलैंड मे

ं सीमा पार कर चुके हैं। इधर यूक्रेन को इस भीषण युद्ध में फ्रांस का साथ मिला है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रान के साथ फोन पर बात की जिसके बाद उन्होंने यूक्रेन का साथ देने का भरोसा दिया है। राष्ट्रपति जेलेन्सकी ने ट्वीट कर कहा कि, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ बात हुई है, हमारे सहयोगियों से हथियार और उपकरण यूक्रेन के रास्ते में हैं। युद्ध विरोधी गठबंधन अब काम कर रहा है। दूसरी ओर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक कार्यक्रम में चेताते हुए कहा कि, यह युद्ध अभी आगे चलेगा, यह संकट रहेगा और इसके साथ आने वाले सभी संकटों के स्थायी परिणाम होंगे। जेलेंस्की ने फिर लोगों से की लड़ने की अपील इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने कहा कि वे कीव और शहर के प्रमुख बिंदुओं को नियंत्रित कर रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो लोग भी इस लड़ाई में मदद करना चाहते हैं, वे उन्हें हथियार उपलब्ध कराएंगे। इधर रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के मेलिटोपोल शहर पर कब्जा करने का दावा किया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस बात का दावा किया है कि उसने अब शहर पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है। कीव पर भी अपना कब्जा करने के लिए रूस लगातार हमले कर रहा है। वहीं रूसी सेना द्वारा मेलिटोपोल पर कब्जा करने के दावे को ब्रिटिश सशस्त्र बलों के मंत्री जेम्स हेप्पी ने नकार दिया है। हेप्पी ने कहा कि अभी कोई कब्जा नहीं किया गया है और राजधानी कीव में आगे बढ़ने वाले बख्तरबंद गाड़ियों को यूक्रेनी सेना द्वारा रोक दिया गया है। कीव में रूस ने फिर दागी दो मिसाइलें रायटर्स के अनुसार रूस ने कीव में दो मिसाइलें दागी हैं जिसमें से एक ज़ुल्यानी हवाई अड्डे के पास और दूसरी आवासीय भवन में जाकर लगी है। दूसरी ओर रूस द्वारा कीव के विक्ट्री एवेन्यू पर सैन्य इकाइयों को निशाना बनाने की खबर सामने आई है। हालांकि रूस ने इस हमले को खारिज कर दिया था लेकिन न्यूज एजेंसी एएफपी ने इसकी पुख्ता जानकारी दी है और यूक्रेन की सेना ने भी अब अपने सत्यापित फेसबुक पेज पर इसकी पुष्टि कर दी है। जर्मनी, पोलैंड और अन्य यूरोपीय देशों ने सैन्य कार्रवाई की निंदा की यूक्रेन के हालात पर भारत में जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने पुतिन द्वारा छेड़े गए युद्ध की निंदी की है। उन्होंने कहा कि यह शर्म की बात है और साथ ही ये चेतावनी दी कि वह आर्थिक प्रतिबंधों के साथ प्रतिक्रिया देंगे। लिंडनर ने कहा कि हम दूसरे देश पर कब्जे की अनुमति नहीं दे सकते। वहीं भारत में पोलैंड के राजदूत, एडम बुराकोव्स्की ने कहा कि पोलैंड और अन्य यूरोपीय संघ के देश भी रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले की निंदा करते हैं।उन्होंने कहा कि रूस की आक्रामक कार्रवाई ने हमारे नागरिकों के लिए भी एक बड़ी समस्या खड़ी कर दी है। साथ ही बुराकोव्स्की ने भरोसा दिया कि जो भारतीय यूक्रेन में रूसी आक्रमण से बच गए हैं, हम उन्हें पोलैंड में लाने में मदद कर रहे हैं। रूस को अलग-थलग करने की अपील रूस के यूक्रेन पर जारी हमले के बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कीव की एक तस्वीर साझा की है। तसवीर से रूस द्वारा नागरिकों के ऊपर किए जा रहे हमले के साफ सबूत दिख रहे हैं। तसवीर में एक बहुमंजिला इमारत पर किए गए राकेट हमले को दिखाया गया है। मंत्री ने इसके जरिए दुनिया से रूस को अलग-थलग करने की अपील की है। कीव में सड़कों पर लड़ाई शुरू, लोगों से शरण लेने का आग्रह रूसी हमलों के बीच कीव के अधिकारियों ने अपने निवासियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि रूसी सेना के खिलाफ सड़क पर लड़ाई चल रही है और वे लोगों से शरण लेने का आग्रह कर रहे हैं। शनिवार को जारी चेतावनी में निवासियों को आश्रयों में रहने, खिड़कियों या बालकनियों के पास जाने से बचने की सलाह दी गई है। राष्ट्रपति जेलेन्सकी का वीडियो जारी, भागने के अमेरिकी प्रस्ताव को ठुकराया राष्ट्रपति जेलेन्सकी ने कीव से एक वीडियो जारी कर इस बात की पुष्टि की वे रूस का सामना करने के लिए कीव में डटे हुए हैं, देश को अकेला छोड़ कहीं नहीं गए हैं और न जाने वाले हैं। वहीं देश छोड़ने के अमेरिकी सरकार के प्रस्ताव को जेलेन्सकी ने ठुकरा दिया है। उन्होंने अमेरिका को ये साफ संदेश दिया कि "मुझे भागने के लिए सवारी नही, लड़ने के लिए गोला बारूद चाहिए"। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने भारत से लगाई युद्ध रुकवाने की गुहार यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियानों को समाप्त करने के लिए रूस के साथ भारत के संबंधों के प्रभाव का उपयोग करने का आग्रह किया। कुलेबा ने भारत से एक अस्थायी UNSC सदस्य के रूप में भी 'यूक्रेन में शांति बहाल करने' पर मसौदा प्रस्ताव का समर्थन करने का भी आग्रह किया। भारतीयों को निकालने के लिए 3 टीमों का गठन यूक्रेन संकट के बीच भारतीय छात्रों को निकालने के लिए सरकार अपनी पूरी कोशिश कर रही है। इधर, पोलैंड में भारत की राजदूत नगमा मलिक ने बताया कि दूतावास ने तीन टीमों का गठन किया है जो फंसे हुए भारत एन छात्रों को स्थानांतरित करने में सहायता करेगी। इन टीमों में से एक लविवि में है। उन्होंने बताया कि सभी फंसे हुए छात्रों के लिए पोलैंड की सरकार यात्रा को आसान बनाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है। सीजफायर पर बात करने को तैयार है यूक्रेन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेन्सकी के प्रवक्ता ने कहा है कि आज रात रूस राजधानी कीव को दहलाने की कोशिश कर सकता है। अब यूक्रेन सीजफायर व शांति के लिए सहमत है। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर प्रवक्ता सर्गी नाइकाइफोरोव (Sergii Nykyforov) ने कहा कि बातचीत के लिए समय और स्थान के चुनाव को लेकर रूस व यूक्रेन के बीच वार्ता जारी है। उन्होंने कहा, 'यूक्रेन सीजफायर के बारे में बातचीत के लिए तैयार है।' राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने तो यहां तक कह दिया कि अब उनकी सेनाएं चार दिन तक ही राजधानी कीव को बचा पाएंगी, क्योंकि कब्जे की लड़ाई उसके नजदीक आ गई है। अमेरिका ने लगाए नए प्रतिबंध यूक्रेन में रूस द्वारा किए गए सैन्य कार्रवाई को लेकर खफा अमेरिका ने पहले आर्थिक प्रतिबंध लगाए। साथ ही वहां के एलिट वर्ग के लोगों पर रोक लगा दिया था और अब राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन और विदेश मंंत्री लावरोव पर अमेरिका ने यात्रा प्रतिबंध का ऐलान किया है।

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