हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की बैठक। चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 12 फरवरी, अतिरिक्त उपायुक्त डा. मुनीष नागपाल ने कहा है कि पानी की गुणवत्ता और उपलब्धि के आधार पर सभी जिलों से रिपोर्ट लेने के बाद पा
नी से संबधित समस्याओं को हल करने की कारगर नीति तैयार की जाएगी। इस संदर्भ में संबधित अधिकारी अपनी रिपोर्ट शीघ्र हरियाणा वाटर रिसोर्सिज अथोरिटी को भिजवाना सुनिश्चित करें। डा. मुनीष नागपाल लघु सचिवालय सभागार में हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की ओर से बुलाई गई बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक के आयोजन का उद्देश्य जिला में पानी का समस्त विवरण एकत्रित करना था। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जिला के सिंचाई, कृषि, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, मत्स्य पालन, पशुपालन, भूजल आदि विभाग अपना-अपना ब्यौरा शीघ्र भिजवा दें। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसी मकसद से हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण का गठन किया है। ताकि हर एक जिला में हर प्रकार के क्षेत्र चाहे वह सूखा हो, सेमग्रस्त हो, नहरी पानी की आपूर्ति पर निर्भर है या बरसात के पानी पर, उस इलाके में पानी का उचित प्रबंध तथा वहां की समस्याओं का समाधान किया जा सके। जल प्रबंधन के लिए सरकार तेजी से विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है। सेवानिवृत जल विशेषज्ञ व हरियाणा वाटर रिर्सोसिज अथोरिटी के सदस्य एम.एस.लांबा ने कहा कि दादरी में बौंद, इमलोटा, बिरही, जयश्री आदि जलभराव वाले इलाके हैं तो बाढड़ा जैसा सूखा क्षेत्र भी है। कहीं पीने का पानी मिल रहा है तो कहीं जलघर खाली पड़ा है। इन सब बातों पर ठोस योजना जल संसाधन प्राधिकरण द्वारा बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मिट्टी व पानी की गुणवत्ता तथा उपलब्धता के अनुरूप प्रत्येक क्षेत्र में पानी की आवश्यकता का अलग पैमाना है। गत वर्ष सरकार ने पानी को बचाने के लिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना शुरू की थी। इस पोर्टल पर पानी से संबधित काफी जानकारी मिल सकती है। उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी में क्लोरिन, नाईट्रेट, मैग्रिशियम आदि की मात्रा सहित सही जानकारी दी जाए। एम.एस.लांबा ने कहा कि हर एक विभाग अपनी जरूरत और उपलब्धता के अनुसार पानी की जानकारी प्राधिकरण के ऑनलाईन पोर्टल पर अपलोड कर दें। जिससे कि इस दिशा में आगे काम जल्दी शुरू किया जा सके। इस मौके पर सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता सतेंद्र सांगवान, योजना अधिकारी दीवान सिंह, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा. जसवंत जून, मत्स्य पालन अधिकारी किरणबाला, सहायक अधिकारी रामनिवास इत्यादि उपस्थित रहे।
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