देश की आजादी में महात्मा गांधी का अहम योगदान : राजू मान झोझू कलां जयवीर फोगाट, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज झोझू कलां में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार
्पण करते हुए श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयुक्त समन्वयक राजू मान ने कहा कि अहिंसा के पथ पर चलते हुए महात्मा गांधी ने लाखों लोगों को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए प्रेरित किया था। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान एक अकेले के बलिदान की भी अहम भूमिका है लेकिन लाखों लोगों को इसके लिए तैयार करना उससे भी बड़ी बात है। मान ने कहा कि महात्मा गांधी भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। उन्होंने कहा कि गांधी सत्याग्रह व व्यापक सविनय अवज्ञा के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी जिसने भारत को स्वतन्त्रता दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने 1921 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बागडोर संभालने के बाद देशभर में दरिद्रता से मुक्ति दिलाने, महिलाओं के अधिकारों का विस्तार, धार्मिक एवं जातीय एकता का निर्माण व आत्मनिर्भरता के लिये अस्पृश्यता के विरोध में अनेकों कार्यक्रम चलाये। इन सबमें विदेशी राज से मुक्ति दिलाने वाला स्वराज की प्राप्ति वाला कार्यक्रम ही प्रमुख था। उन्होंने कहा कि गांधी ने ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीयों पर लगाये गये लवण कर के विरोध में 1930 का नमक सत्याग्रह और इसके बाद 1942 में अंग्रेजो भारत छोड़ो आन्दोलन से विशेष ख्याति प्राप्त की। दक्षिण अफ्रीका और भारत में विभिन्न अवसरों पर कई वर्षों तक उन्हें कारागृह में भी रहना पड़ा। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने सभी परिस्थितियों में अहिंसा और सत्य का पालन किया और सभी को इनका पालन करने के लिये वकालत भी की। इस अवसर पर जगदीप सांगवान, हरकेश चौधरी, पूर्व सरपंच अत्तर सिंह, मास्टर डॉ मनोज, राजेश कुमारी, अनीता खान, राजेश यादव, मीरसिंह, संदीप दगड़ौली, धर्मबीर बादल, कृष्ण पालड़ी, राजकुमार कादमा, रामकिशन झोझू, बिजेंद्र दादा, जयपाल सांगवान, दलीप ऊण आदि मौजूद थे।
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