हर दिन बढ़ रहे ऑनलाइन साइबर ठगी के मामले, पुलिस आरोपियों को ढूंढने में नाकाम : कृष्णा राणा।

Khoji NCR
2022-01-22 13:51:12

खोजी/नीलम कौर कालका। साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। अभी तक साइबर अपराधी लोगों को फोन कर झांसे में लेकर साइबर अपराध की घटना को अंजाम दे रहे थे, पर अब जब जनता जागरूक हो गई तो ये क

तरह की नई-नई चाल चलकर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में ऑनलाइन ठगी के नए-नए तरीकों को रोकना पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती बन चुका है। यह कहना है मिशन एकता समिति की प्रदेश महासचिव कृष्णा राणा का। राणा का कहना है कि एक बार अपने झांसे में लेने के बाद जब इनको ओटीपी मिल जाती है तो यह आपके बैंक खाते को खाली कर देते है, और तब आपको ठगी का एहसास होता है। यह अपराधी लोग पुराने तरीकों का इस्तेमाल तो करते ही हैं, पर इनकी नई ठगी के कुछ नये पैतरे भी सामने आ रहे हैं। गूगल पर विज्ञापन देकर लोगों को आकर्षित कर यह लोग बतौर कस्टमर खुद उन्हें फोन करते हैं। साइबर अपराधी लोगों को तरह-तरह का प्रलोभन देकर खुद को कस्टमर केयर एग्जिक्यूटिव बता कर झांसे में लेते हैं, और साइबर अपराध की घटना को अंजाम देते हैं। ऐसे लोगों को जाल में फंसाकर साइबर ठगों ने लोगों के फोन में ऐप डाउनलोड कराकर उनके खातों से लाखों रुपये निकालने के मामले हर दिन सामने आ रहे हैं। नौकरी लगवाने के नाम पर भी लोगों के साथ लाखों रुपयों की ठगी करने के मामले भी उजागर हुए हैं। यह ठग शातिराने अंदाज में राशनकार्ड धारकों को भी अपने झांसे में फंसा रहे हैं, उनसे उनका आधार कार्ड और पैन कार्ड मांगा जाता है। फिर रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर ओटीपी लेकर आपके खाते में रखी जमापूंजी गायब कर ली जाती है। पुलिस केवल ऐसे केसों को दर्ज करने तक ही सीमित रह गई है, समाधान नहीं निकाल पा रही है। जिसके चलते साइबर ठगों की हिम्मत बढ़ती ही जा रही है। पुलिस प्रशासन लोगों को ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए समय-समय पर जागरूक कर रहा है, पर मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। राणा की पुलिस प्रशासन से मांग है कि पुलिस ऐसे साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए कोई ठोस कदम उठाने का कार्य करे।

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