चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 18 जनवरी, आंनबाडी वर्कर्स व हैल्पर यूनियन हरियाणा संबंधित सीआईटीयू द्वारा दिया जा रहा धरना प्रदर्शन व हड़ताल आज 42वें दिन में प्रवेश कर गया। आज उपायुक्त कार्यालय समक्ष
धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को लेकर सभी ने गुस्से का इजहार नारेबाजी के साथ किया। इसके बाद बौंद कलां में आंगनबाडी सेंटर में प्लेवे स्कूल के प्रशिक्षण का बहिष्कार करते हुए सभी ने कहा कि आज हम आजाद हिंदुस्तान में सांसे ले रहे हैं, जहां कि हर एक को अपनी बात को रखने व जायज मांगों पर लोकतांत्रिक ढंग से धरने प्रदर्शन का हक हमारा संविधान देता है, हमारे लोकतंत्र में साफ साफ लिखा है कि जायज हकों के लिए आम से आम नागरिक भी अपनी आवाज उठा सकता है, लेकिन इसका क्या किया जाए कि अधिकारी व प्रदेश सरकार आज भी अपनी सोच को 1947 से आगे ले जाने में हिचक रहे है, शायद सोचे बैठे है कि वर्कर्स व हैल्पर महिलाएं है कब तक लड़ेगी, कहा कहा आवाज उठाएगी, यही गलतफहमी अब दूर करनी है कि दुर्गा की बेटियां जब अपने जायज हकों की मांग पर अड़ जाती है तो बड़े से बड़े असुर का मानमर्दन कर देती है। अब यह लड़ाई न्याय लेकर ही खत्म होगी। जिला प्रधान ने बताया कि जो पिछले 5 माह बकाया वेतन था उसमें से कुछ का मिला है कुछ का बकाया है इसे जल्द दिलवाया जाए। दस साल पूरे कर चुके वर्कर्स का इंक्रीमेंट सात माह से बकाया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार के साथ 2018 में हुआ समझौता लागू करना, आंबनबाडी वर्कर्स व हैल्पर को कर्मचारी का दर्जा दिलाना, तब तक उच्चतम न्यायालय के निर्णयानुसार समान काम समान वेतन लागू करते हुए वर्कर्स को 24 हजार व हैल्पर 16 हजार देना, केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2018 में घोषित वर्कर्स को 1500 व हैल्पर को 750 बढौत्तरी दिलवाना सहित अन्य कई मुद्दे लंबे समय से लंबित है। इस दौरान प्रेम दगड़ोली, अनिल रामबास, संतोष ढाणी खूबी, सुमन सांतौर, कुसुम लता रानीला, संतोष अचीना, सुशीला बास, इंद्रा रामलवास, कृष्णा झोझू, बिमला, शीतल, सुनिता, जीवनी, रामदेई, चमेली आदि थे।
Comments