खोजी/नीलम कौर कालका। कालका शहर में पुराने एनएच-22 पर पुल का चौड़ीकरण/पगडंडी बनवाने बारे मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन (रजि.) इकाई हरियाणा की टीम द्वारा एसडीएम कालका के माध्यम से केंद्रीय
ेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को एक ज्ञापन भेजा गया है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गुलशन राय ने बताया कि जिला पंचकूला (हरियाणा) के शहर कालका में राष्ट्रीय राजमार्ग नं० 22 पर रेलवे लाइन के ऊपर ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया पुल, जिस पर केवल एक ही साइड पर पैदल चलने वालों के लिए लगभग 3 फिट की जगह थी, उस पर जनस्वास्थ्य विभाग कालका द्वारा 12 इंच का मोटा पाइप बिछाकर पैदल चलने वाली जगह पर अपना कब्जा कर लिया है। जो थोड़ी-बहुत जगह बची हुई है, उस पर लोगों का पैदल चलना बहुत ही मुश्किल हो गया है। लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर सड़क पर ही चलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जहां पर हर समय किसी भी अप्रिय घटना का भय बना रहता है। क्योंकि जब यह पुल बनाया गया था, उस समय व आज के समय की जनसंख्या व वाहनों की संख्या में जमीन-आसमान का अंतर आ गया है। इस जनसमस्या के समाधान के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को पत्र लिखे गये थे, परंतु सभी के द्वारा रेलवे विभाग को पत्र लिखने की सलाह संगठन को दी गई थी। आम जनता की मांग को ध्यान में रखते हुए जनहित में केंद्रीय रेलमंत्री को उपरोक्त पुल की चौड़ाई बढ़ाई जाने या फिर रेलवे पुल के बाहर दोनों तरफ लोहे के ऐंगल लगाकर उस पर लोहे की शीट की पगडंडी बनाकर पैदल चलने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करवाने बारे ज्ञापन के जरिए अनुरोध किया गया है। दिये गए ज्ञापन में यह भी जिक्र किया गया है कि समय पर कार्यवाही ना किये जाने की स्थिति में यदि भविष्य में किसी राहगीर के साथ कोई दुर्घटना घटित होती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी रेल विभाग की होगी। ज्ञापन की प्रतियां उपायुक्त पंचकूला व अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी (बी एंड आर) हरियाणा चंडीगढ़ को भी प्रेषित की गई है। इस मौके पर संगठन के प्रदेश पैटर्न रघुवंश मल्होत्रा, प्रदेश अध्यक्ष गुलशन राय, जिला पंचकूला एडवाइजर नरेंद्र डोगरा, प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष कोहली व प्रदेश महासचिव चन्द्रकान्त शर्मा उपस्थित थे।
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