तावडू, : विटामिन डी की कमी के चलते आम व्यक्तियों पर सबसे अधिक नुकसान उसकी हड्डीयों और मांसपेशियों पर पड़ता है। इसके अलावा दिल की बीमारियां, कमजोर दिमाग, कमजोर नाडीतंत्र के अलावा पेट की शिकायतो
ं के लिए भी विटामिन डी की कमी मानी जाती है। यह विचार आयुष मैडिक़ल एसोशिएसन के राष्ट्रीय महा सचिव डा० आर०ए० चौधरी ने रखे। उन्होंने कहा कि सूर्य की किरणें प्रकाशवान हो होती ही है। इनमें विटामिन डी की प्रचुर मात्रा भी होती है। उनके अनुसार शहरों में रहने वाले लोग विटामिन डी की कमी का शिकार होते जा रहे है। क्योंकि शहरों में रहने वाले लोग अधिक समय बंद घरों व कार्यालयों तथा अन्य बंद प्रतिष्ठानों पर रहते है। उन्होंने कहा कि विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए लोगों को बंद घरों के स्थान पर खुले में अधिक रहना चाहिए जिससे उन्हें विटामिन डी की कमी न हो। उन्होंने स्वच्छता बनाये रखने पर विशेष ध्यान देने का कहा।
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