काठमांडु, । नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के सह-अध्यक्ष पुष्पा कमल दहल (प्रचंड) ने सोमवार को कहा कि पार्टी एकीकृत है और यह किसी के कदम से नहीं डिगेगी जो पार्टी और देश के खिलाफ है। राष्ट्रपति
िद्या देवी भंडारी ने रविवार को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सिफारिश पर संसद को भंग कर दिया और 2021 में 30 अप्रैल और 10 मई को दो चरणों में होने वाले आम चुनावों की तारीखों की घोषणा की। पुष्पा कमल दहल ने जारी विज्ञप्ति में कहा, 'हमारी पार्टी एकीकृत है और इसे किसी भी व्यक्ति के कदम से डिगाया नहीं जा सकता जो पार्टी, देश और लोगों के खिलाफ है।' दहल ने कहा कि संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य की सुरक्षा के लिए जो लोगों के बलिदान का परिणाम है, उसे इस समय सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। राष्ट्र की समृद्धि और कम्युनिस्ट आंदोलनों के भविष्य के लिए, सभी के बीच एकता समय की आवश्यकता है। संसद के विघटन के प्रस्ताव को राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित किए जाने के बाद रविवार को सात कैबिनेट मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया था। जिन सात मंत्रियों ने अपने इस्तीफे सौंपे हैं, वे हैं - बरसा मैन पुन (ऊर्जा मंत्री), शक्ति बसनेट (वन और मृदा संरक्षण मंत्री), गिरिराज मणि पोखरेल (शिक्षा मंत्री), रामेश्वर रे यादव (श्रम मंत्री), बीना मगर(पेयजल मंत्री, घाना श्याम भुसाल (कृषि मंत्री) और योगेश भट्टराई (पर्यटन मंत्री)। सूत्रों के अनुसार, संसद को भंग करने के खिलाफ विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के दोनों गुट सड़कों तक पहुंच गए थे। बता दें कि नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री पुष्पा कमल दहल और माधव नेपाल के नेतृत्व वाले राकांपा के प्रतिद्वंद्वी गुटों ने नेपाल के पीएम पर दबाव बना रखा है।
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