नई दिल्ली। अक्षय ओबेरॉय ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की दुनिया में एक जाना-पहचाना नाम बन गये हैं। उनके नाम कई बेहतरीन क्राइम शो हैं, जिनमें अक्षय ने विभिन्न किरदार निभाकर प्रभावित किया है। अक्षय अब 26 न
वम्बर को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर आ रही वेब सीरीज दिल बेकरार में नजर आएंगे, जो एक पीरियड फैमिली ड्रामा है। अस्सी के दशक में स्थापित सीरीज अनुजा चौहान के नॉवल दोज प्राइसी ठाकुर गर्ल्स पर आधारित है। अक्षय इस सीरीज में एक जर्नलिस्ट का किरदार निभा रहे हैं। सीरीज में उनकी जोड़ी सहर बाम्बा के साथ है, वहीं हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार राज बब्बर, पद्मिनी कोल्हापुरे और पूनम ढिल्लों के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर किया है। सीरीज में आप राज बब्बर, पूनम ढिल्लों, पद्मिनी कोल्हापुरे जैसे सीनियर कलाकारों के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर कर रहे हैं। सेट पर कैसा माहौल होता था? किस मुंह से बोलू कि मैं इन लोगों का कितना बड़ा फैन हूं! मैंने इनसे सीखा है। प्रेरणा ली है। हमारी इंडस्ट्री के यह पिलर्स हैं, मगर उन्होंने कभी महसूस नहीं होने दिया कि इतने दिग्गज कलाकार हैं। सेट पर सबको जोड़कर चलते थे। मेरा किरदार जर्नलिस्ट है, जो उस जमाने में टाइपराइटर यूज करता था। हबीब फैजल साहब ने घर पर टाइपराइटर भिजवा दिया था। मैंने तीन चार-महीने प्रैक्टिस की। कुछ आइडिया आया तो फोन करके बताते थे कि उस पीरियड के लोग ऐसे थे। मर्द ऐसे थे और बातचीत इस तरह होती थी। डायरेक्टर ने बहुत सारा काम हमारे लिये कर लिया था तो बहुत चीजें आसान हो गयी थीं। मैंने और सहर ने काफी वर्कशॉप कीं। आपने अधिकतर क्राइम ड्रामा में ही काम किया है। पहली बार फैमिली शो में दिखेंगे। इसके पीछे कोई खास वजह? मेरा इस प्रकार के जॉनर से कुछ लगाव है, लेकिन फिर मुझे लगा कि बतौर कलाकार मुझे खुद को स्ट्रेच करना चाहिए। कुछ अलग करना चाहिए। बॉक्स ऑफिस सफलता, असफलता को मैं ज्यादा तवज्जो नहीं देता हूं। मैं यह देखता हूं कि बतौर कलाकार कितना ग्रो कर रहा हूं। इतने बड़े कलाकारों के साथ काम करके लगता है कि अब ग्रो कर लिया है। मेरे लिए इस मायने में यह कामयाब प्रोजेक्ट रहा है। दिल बेकरार के ट्रेलर में दिखाया जाता है कि आपका किरदार सहर के न्यूज बुलेटिन का एक रिव्यू करता है, जो उन्हें खराब लगता है। वास्तविक जीवन में कभी आपके साथ ऐसा हुआ कि आपको अपना रिव्यू खराब लगा हो? कई बार ऐसा हुआ है, मगर उस लेवल का नहीं कि जिसमें प्यार-मोहब्बत और रोमांस भरा हुआ हो। काफी अच्छा काम किया है और बुरा भी किया है, लेकिन मुझे गुस्सा कम आता है। मैंने सुन लिया होगा और डिप्रेस होकर हट गया होऊंगा वहां से... तो ऐसा रियल लाइफ में नहीं हुआ है, दिल बेकरार में जरूर हुआ है। आपने क्राइम शोज बहुत किये हैं। ऐसे में दिल बेकरार को लेकर क्या कहेंगे? ओटीटी पर लम्बे समय से ऐसा शो नहीं आया है, जिसे पूरा परिवार एक साथ बैठकर देख सके। मगर दिल बेकरार ऐसा शो है, जिसे पूरा परिवार एक साथ देख सकता है।
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