दिल्ली-एनसीआर में हर साल दिवाली से पहले और बाद में प्रदूषण का स्तर बेहद ख़तरनाक स्तर पर पहुंच जाता है। पटाखों के साथ कई ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से प्रदूषण हर साल बढ़ता जा रहा है। आसमान में महीनो
दम घोंटने वाला धुंध छाया रहता है। ऐसे में इन शहरों में रह रहे लोग फेफड़ों की बीमारियों से आसानी से पीड़ित हो जाते हैं। प्रदूषित हवा से बच्चे और बुज़ुर्ग सबसे ज़्यादा प्रभावित हो रहे हैं। इसके साथ ही ब्रॉन्कायटल अस्थमा, क्रोनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिस्ऑर्डर, इंटरस्टीशियल लंग डिज़ीज़ (फेफड़ों का रोग), सिस्टिक फाइब्रोसिस, फेफड़ों के कैंसर पीड़ित लोगों के लिए प्रदूषित हवा परेशानी बढ़ाने का काम करती है। ऐसे में आपके लिए अपना और अपने परिजनों का ध्यान रखना बेदह ज़रूरी है। खासतौर पर कोरोना महामारी के इस समय हमारा अपने फेफड़ों की सेहत का ख़्यास रखना बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। इस धुएं और प्रदूषण से निपटने के कई उपाय हैं। एयर प्यूरिफायर्स से लेकर मास्क और सॉल्ट लैम्प्स तक, कई तरह के उपायों से लोग अपने आसपास की हवा को साफ बना सकते हैं। इसके अलावा आप अपने घर के अंदर की हवा को इंडोर प्लांट्स के ज़रिए भी साफ रख सकते हैं। तो चलिए जानें ऐसे 5 पौधो के बारे में जो आपके घर को पॉल्यूशन-फ्री बना सकते हैं। स्नेक प्लांट यह पौधा हवा में मौजूद टॉक्सिन्स जैसे फॉर्मलाडेहाइड, टोल्यूनि और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड को बाहर करता है और साथ ही हवा को नमी और ऑक्सीजन से भरता है। पीस लिली यह हवा को साफ करने के लिए सबसे अच्छा इनडोर पौधा माना जाता है। यह कार्बन मोनोऑक्साइड, फॉर्मल्डेहाइड और बेंजीन जैसी हवा में पाई जाने वाली ज़हरीली गैसों को ख़त्म और बेअसर करने में सक्षम होता है। मनी प्लांट मनी प्लांट हवा से रासायनिक विषाक्त पदार्थों को अवशोषित करने का काम करता है। मनी प्लांट सांस लेने के लिए ताज़ा ऑक्सीजन भी छोड़ने का काम करता है। स्पाइडर प्लांट कई शोधों के अनुसार, स्पाइर पौधे में हवा से फॉर्मल्डिहाइड को हटाने की क्षमता होती है और यह हवा से हानिकारक दूषित पदार्थों को भी निकालता है, जैसे कि अमोनिया और बेंजीन। एरेका पाम एरेका पाम आपके घर में ख़ूबसूरती जोड़ने के साथ हवा से विषाक्त पदार्थों को ख़त्म करने में कारगर साबित होता है। यह पौधा हवा से कार्बन डाइऑक्साइड, फॉर्मलाडेहाइड, ज़ाइलीन और टोल्यूनि जैसी जहरीली गैसों को अवशोषित करता है।
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