सोनू वर्मा, ख़ोजी एनसीआर नूहं। विकास का प्रतीक शिक्षा है। शिक्षित व्यक्ति ही विकसित व्यक्ति होता है। शिक्षा से विकास का एंपायर खडा किया जा सकता है लेकिन करोडों और अरबों रुपये खर्च कर भी शिक्ष
ा खरीदी नहीं जा सकती है। शिक्षा और संस्कार की इंसानी जीवन की बुनियाद है। सुख, समृद्धि और शांति का रास्ता शिक्षा के मंदिर से होकर जाता है। यह बात पलवल नूूंह से जींद स्थानान्तरित हुए एसएसपी नरेन्द्र बिजारणियां ने डागर पाल प्रधान धर्मबीर सिंह डागर की अध्यक्षता में गांव जौहरखेडा के सरपंच तेजसिंह डागर की तरफ से आयोजित फेयरवैल पार्टी में कही। याद रहे कि नरेन्द्र बिजारणियां पलवल में एसएसपी रह चुके हैं। मेवात से एटीएम और टटलू गिरोहों का सफाया करने के लिए नरेन्द्र बिजारणियां प्रदेश में चर्चाओं में रह चुके हैं। करनाल किसान आंदोलन में एक किसान को गले लगाने का उनका वीडियों भी सुर्खियों में रहा है। एसपी बिजारणियां ने कहा कि बेटियों को शिक्षित करना सबसे जरूरी हैं। बेटियों को घर में मत बैठाओं उन्हें पढने के लिए स्कूल, कालेज में बाहर जाने दो। लड़कियां अब लडकों को मात देकर पुलिस और फौज में भी आगे बढ रही हैं। पत्थरों के मंदिरों बजाय शिक्षा के मंदिरों में दान करो। अपने बच्चों के साथ-साथ गरीबों के बच्चों को भी पढाओं। आईएएस मनीराम शर्मा का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस बच्चे को सुनाई नहीं देता और खाने के लिए रोटी तक नहीं उसने शिक्षा के दम पर आईएएस बनकर हरियाणा की सेवा कर रहा है। इसी प्रकार अनेक लोग हैं जो गरीबी से जूझते हुए शिक्षा के कारण देश के सर्वोच्च पदों तक पहुंचे है। इस दौरान श्रीवैश्य अग्रवाल सभा के प्रधान रहे एडवोकेट अनिल कुमार गुप्ता, सुनील कुमार गुप्ता, मास्टर तेजराम, रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर सूरजमल, गिर्राज सिंह डागर, राजबीर सिंह, जवाहर सिंह मंडकौला, भगत सिंह तेवतिया, सुर्दशन चौहान, ब्रजमोहन एडवोकेट, महाश्य अतर सिंह तेवतिया सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
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