शाहजहांपुर बॉर्डर ने पैश की सींघूं बोर्डर की नजीर। रमजान चौधरी मेवात

Khoji NCR
2020-12-18 10:44:01

साहून खांन नूंह किसानों की एक ही मांग दिल्ली कूच की दो इजाजत या फिर किसान विरोधी कानूनों को निरस्त करो शाहजहांपुर बॉर्डर हरियाणा राजस्थान को जोड़ने वाली शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों की

कई रोज की जद्दोजहद के और संघर्ष के बाद शाहजहांपुर बॉर्डर सींघूं बोर्डर जेसा नजारा पैश कर रहा है राजस्थान हरियाणा को जोड़ने वाला नेशनल हाइवे 8 पर किसानों को आंदोलित।होने के लिए प्रेरित और प्रयासरत करने वाले गीत संगीत नाटक व कलाओं का माहौल बना हूआ है। मौके पर सामने हजारों की संख्या में पुलिस बल तैनात है जो दिल्ली कूच करने से सभी किसानो को तमाम निरोधक इतंजाम के साथ लेस हो कर किसानों को आगे बड़ने से रोके हुए हैं गोरतलब शाहजहांपुर बॉर्डर नेशनल हाइवे 8 पर आए रोज यहां किसानों का जमावड़ा में इजाफा हो रहा है।हरियाणा राजस्थान पजांब और आज गुजरात समेत यहां पहुंचे हजारों की संख्या में कई राज्यों के किसानो का सिर्फ साशन प्रसाशन और केन्द्रीय सरकार से सिर्फ एक ही मांग और मुतालबा है कि या तो हमें दिल्ली कूच करने की इजाजत दी जाए या फिर किसान विरोधी कानूनों को निरस्त करने की मांग और मुतालबों को पुरा कर हमें घर भेज दिया जाए। शाहजहांपुर बॉर्डर पर मोजूद ऐडवोकेट सलामुद्दीन एडवोकेट रमजान चौधरी ऐडवोकेट रशीद अहमद ने साबिर कासमी से बात करते हुए अपना बयान जारी करते हुए कहा कि किसान आंदोलन सिर्फ एक किसानों की मांग मान लेने भर का आंदोलन नहीं रह गया है। बल्कि भारत को भारत से। ओर इंसान को इंसानियत से जोडने का आंदोलन बनने का प्रतीक बन गया है।उन्होंने कहा कि उन्होेंने कहा कि पिछले दशक में जाति,धर्म,क्षेत्र के नाम पर बहुत नफरत परोसी गई है जिस से समाज मे एक अलग तरह की टूटन पैदा होने लगी थी।देश के लगभग 500 किसान संगठनों ने तो सांझा होकर सिर्फ किसान और किसानी को बचाने की ठानी थी ओर ये आंदोलन शुरू किया था जिसकी बुनियाद 2016 में मंदसौर मध्यप्रदेश में किसानों पर गोली मारने पर शुरू हुई थी ओर आज़ ये आंदोलन देश बचाने और देश को जोड़ने का आंदोलन बन गया है हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई ओर एक दूसरे राज्यों के लोग एक दूसरे से ऐसे जुड़ गए है जेसे सगे भाई और सभी का मिलन यही अहसास कराता है जो देखने लायक है। राजस्थान/हरियाणा मेवात के मेवाती और समाजी तंज़ीमो से जुड़े नुमाइंदे भी मिलकर इस आंदोलन को लड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान से समाजी लिडर शेर मोहम्मद ,मैनेजर शफात खान,कासिम मेवाती,और उनके साथी तथा हरियाणा से सलामुद्दीन मेव,रसीद अहमद एडवोकेट, ओर दूसरे साथी सभी एक प्लेटफार्म पर किसान आंदोलन को तक़वीयत दे रहे है। ये सब किसान आंदोलन की बरकत ओर ताकत है।उन्होंने कहा कि अल्लाह हमारे देश की इस मिलनसार मोहब्बत ओर प्यार को बनाकर रखे और हम सब भारत की यकजहती ओर सम्रद्धि के लिए यूही इखट्टे होकर लड़ते रहे है ओर इस प्लेटफार्म को बनाने वालो को सलामत रखे,यही हमारी दुआ है।

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