नूंह जिला कांग्रेस मुख्यालय पर नूंह विधायक व सीएलपी उप नेता चौधरी आफताब अहमद की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और सामाजिक लोगों ने किसान आंदोलन में शहीद हुए दो दर्जन किसानों को खिराजे
अकीदत पेश की। कार्यक्रम में शामिल कांग्रेस कार्यकर्ताओं व किसान संगठन से जुड़े लोगों ने किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि वो किसानों के साथ खड़े हैं और हर मुमकिन सहयोग के लिए तेयार खडे हैं। वहीं सीएलपी उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने किसान संगठनों से जुड़े लोगों व पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के लिए तीन नए कृषि कानून किसी सजा से कम नहीं हैं, ये बिल बड़े उद्योगपति लोगों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से बनाए गए हैं ना कि किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए। उन्होंने कहा कि इन बिलों का असर किसान के उपर तो पड़ेगा ही साथ साथ आम आदमी और मध्यम वर्गीय परिवार भी महंगाई से जूझेंगे। इसलिए ये लड़ाई सिर्फ किसान की नहीं बल्कि आम इन्सान की लड़ाई है। नूंह विधायक चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि वो इन तीनों काले कानूनों का पुरजोर विरोध करते हैं और किसानों के साथ खड़े हैं। बता दें कि चौधरी आफताब अहमद ने इन बिलों की घोषणा होते ही आंकेडा गांव से किसान अधिकार यात्रा शुरू की थी, ये पूरे हरियाणा में किसी विधायक द्वारा सबसे पहला किसानों के समर्थन में कार्यक्रम चलाया गया था। चौधरी आफताब अहमद ने लोगों से अपील की कि जिस भी तरह से किसानों की मदद की बात हो वो हमेशा किसानों के साथ खड़े हैं, उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी इस कानून को रद्द नहीं करती है तो कांग्रेस सरकार बनते ही इन्हें रद्द कर दिया जाएगा। आफताब अहमद ने कहा कि जो लोग किसानों के आंदोलन को कमजोर करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं, उन्हें जनता कभी माफ नहीं करेगी। किसान का विरोध कर रहे लोग या उनके आंदोलन को कमजोर करने वाले किसी लोभ लालच में ऐसा कर रहे हैं, जो शर्मनाक है। तावडू से पूर्व विधायक रहे हाजी शहीदा खान ने कहा कि बीजेपी सरकार और जेजेपी किसानों की अनदेखी कर रही हैं, किसान आज लाचार परेशान होकर संघर्ष कर रहा है लेकिन सरकार बड़े उद्योगपति लोगों के लिए काम कर रही है। मेवात के लोग किसानों के साथ खड़े हैं। पीसीसी सदस्य चौधरी महताब अहमद ने किसानों व पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जो किसान पूरे देश दुनिया का पेट पालता हो, उसके साथ मोदी सरकार का गैर जिम्मेदाराना रवैया गलत है। प्रदेश की गठबंधन सरकार ने भी खूब किसान की अनदेखी की है, उनपर लाठी, आंसू गैस गोले, ठंडे पानी की बौछारें चलाई हैं। वक्त आने पर किसान के उपर किए गए दमन का जवाब प्रदेश की गठबंधन सरकार को देना पड़ेगा।
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