होडल, डोरीलाल गोला उपमंडल के गांव सोन्हद व बंचारी में डेंगू व वायरल बुखार से पीडित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है। इसी बीमारी के चलते अब तक कई लोग काल का ग्रास बन गए है और कई अस्पत
ल में जिन्दगी-मौत के बीच जुझ रहे हैं। डेंगू से मरने वाले मरीजों की स्वास्थय विभाग मानने की तैयार नहीं है कि इन मरीजों की मौत डेंगू से हो रही है। दोनों गांवों में इस बीमारी ने महामारी का रूप लिया हुआ है। स्वास्थ्य विभाग से संतुष्त ना होने के कारण परिजन अपने मरीजों को फरीदाबाद, कोसीकलॉ, दिल्ली, होडल, पलवल व अन्य नीजि अस्पतालों में अपने मरीजों को उपचार के लिए भर्ती करा रहे हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने गांव बंचारी में तो फोगिंग करा दी, लेकिन गांव सोन्हद में अभी तक फोङ्क्षगग तक नहीं कराई गई है। उपमंडल के गांवों में मच्छरों के बढते प्रकोप के कारण डेंगू व वायरल बुखार ने लोगों को अपनी चपेट में लिया हुआ है। इस बीमारी का ज्यादा प्रभाव गांव सोन्हद व बंचारी में देखने को मिल रहा है। दोनों गांवों में अब तक डेंगू व वायरल बुखार से चलते आधा दर्जन से ज्यादा मौते हो चुकी हैं और बुखार से पीडित कई ग्रामीण अस्पतालों में जिन्दगी-मौत से जूझ रहे हैं। एक ओर जहां गांवों के ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली से ख्ुाश नहीं हैं वहीं दूसरी ओर बीमारी का बढना फोगिंग व दवाई का छिडकाव नहीं होना माना जा रहा है। सरकारी अस्पताल हो या प्राइवेट अस्पतालों में लगातार रोगियों की बढती संख्या के कारण लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। बुखार से पीडित लोग अस्पतालों के साथ-साथ निजी डाक्टरों का भी सहारा ले रहे हैं। बुखार व डेंगू को लेकर दोनों गांवों के लोग काफी परेशान है। गांव सोन्हद के ग्रामीण बाबू पहलवान व सुनील शर्मा का कहना है कि उनके गांव में डेंगू व बुखार से पीडित मरीजों की संख्या में दिन-प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक गांव में बुखार से पीडित तीन मौतें हो चुकी है, फिर भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनके गांव में अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने फोङ्क्षगग तक नहीं कराई है वहीं गांव बंचारी निवासी राकेश व उदयबीर का कहना है कि गांव में एक से दूसरे घर में बुखार से पीडित मरीज हैं। उन्होंने कहा कि गांव में से अब तक बुखार से पीडित तीन-चार लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इतनी मौतों के बावजूद भी उपमंडल स्वास्थ्य विभाग का एक भी अधिकारी व कर्मचारी गांव में नहीं पहुंचा। स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से शिकायतत कर गांव में फोगिंग कराई गई है। इसके अलावा गांव के अभी भी कई लोग बुखार के चलते अस्पतालों में भर्ती है। उन्होंंने कहा कि वायरल बुखार व डेंगू ने गांव में महामारी का रूप लिया हुआ है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के एसएमओ सतीस वर्मा का कहना है कि वह गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर शर्वें कराएंगे।
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