तावडू 19 अक्टूबर (दिनेश कुमार): शहर व क्षेत्र के लोग बंदरों के आतंक से पिछले 10 वर्षों से परेशान हो रहे हैं। जिसका प्रशासन आज तक कोई हल नहीं निकाल पाया। वहीं अब क्षेत्र के विद्यालयों में भी बंदरों
े आतंक के चलते छात्र-छात्राओं में भय बना हुआ है। अब देखते हैं कि प्रशासन बच्चों के भविष्य को बंदरों से कैसे बचाते हैं या फिर टालमटोल होगा। सैनीपुरा मिडिल स्कूल व गांव मौहम्मदपुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के मुखियाओं ने नगरपालिका सचिव, एसडीएम व खंड शिक्षा अधिकारी को दी गई शिकायत में बताया कि स्कूलों में असंख्य बन्दरों का आतंक है। जिस कारण विद्यार्थी एवं अध्यापको को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है और बच्चे भयभीत हैं और विद्यालय में पढाई करने नहीं आ रहे हैं। वहीं बच्चे बाथरूम व पानी पीने के लिए भी बंदर नहीं जाने देते। विद्यालय प्रांगण लगे हुए पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं तथा विद्यालय में जगह जगह गंदगी फैलाते हैं। विद्यालय कार्यालय में घुस कर तोड़ फोड़ करते हैं। छात्र छात्राओं व अध्यापको में दहशत का माहौल बना हुआ है। जिसके कारण पढाई में व्यवधान पड़ रहा है। कुछ विद्यार्थियों ने बन्दरों के डर से विद्यालय में आना कम कर दिया है। नगरपालिका सचिव सुनील रंगा ने माना कि बंदरों के आतंक की शिकायत उन्हें कई बार मिल चुकी है। इस बारे अपने उच्चअधिकारियों को भी अवगत करा चुके हैं और नगरपालिका की आम बैठक में बंदरों को पकडने का रैजुलेशन भी पास किया जा चुका है। इस बारे फिर से डीएमसी को लैटर लिखा जाएगा।
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