खोजी एनसीआर / साहून खांन नूंह भाजपा के वरिष्ठ नेता चौ0 ज़ाकिर हुसैन ने बतौर मुख्यतिथि तावड़ू में हरित केन्द्र का रिबन काटकर उद्घाटन किया मनोहर सरकार का लक्ष्य, सरकार की हर योजना प्रदेश के आम ल
ोगों तक पंहुचे:- चौ0 ज़ाकिर हुसैन रविवार को हरियाणा के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल जी ने फरुखनगर से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा हरियाणा प्रदेश में शहरों व गाँवों में हरियाणा सरकार (सहकारिता विभाग) द्वारा स्थापित 71 हरित केन्द्रों (Retail Outlet) का उद्घाटन किया। तावड़ू (गुरुग्राम) में हर हित हरित केन्द्र का उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं हरियाणा वक्फ़ बोर्ड के प्रशासक चौo ज़ाकिर हुसैन पूर्व विधायक रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में तावड़ू की तहसीलदार श्रीमती शालिनी लाठर रहीं। मुख्य अतिथि चौ0 ज़ाकिर हुसैन ने हरित केन्द्र का रिबन काटकर उद्घाटन किया तथा माननीय मुख्यमंत्री जी का वीडियों कान्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधन को सुना। चौ0 ज़ाकिर हुसैन ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल जी ने आज हरियाणा प्रदेश में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए 71 हर हित हरित केन्द्रों का उद्घाटन किया है तथा आने वाले समय में सरकार द्वारा प्रदेश में शहरों व गाँवों में लगभग 5000 हरित केन्द्र जल्द ही खोले जाएंगे। इन हरित केन्द्रों पर लोगों को शुद्ध, पूरा और असली सामान मिलेगा तथा लोगों को सरकार की तरफ से छूट भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने इन हरित केन्द्रों पर युवाओं के लिए रोजगार भी मुहैय्या कराया जाएगा। हुसैन ने लोगों से अपील की की कि इन हरित केन्द्रों से किरयाना के सामान की खरीददारी करें और सरकार द्वारा दिए जा रहे छूट का फायदा उठाएँ। यह सरकार द्वारा बहुत बड़ा कदम है। हरियाणा प्रदेश पहला ऐसा राज्य है जिन्होंने हरित केन्द्रों का उद्घाटन कर हर गरीब तक सरकार द्वारा दिए जा रहे फायदे को पंहुचाने का बहुत बड़ा कदम उठाया है। कार्यक्रम के बाद भुख्य अतिथि चौ0 ज़ाकिर हुसैन व तहसीलदार श्रीमती शालिनी लाठर ने भी हरित केन्द्र से खरीददारी कर इस केन्द्र पर बिक्री की शुरूआत की। इस अवसर पर गौरव गाबा, राव रोहताश चेयरमैन, जान मौ0 सरपंच, आसु सरपंच, हमीद सरपंच, अब्दुल रज्ज़ाक , हामिद सपंच, निसार पूर्व सरपंच, विजय सरपंच, रुस्तम चेयरमैन, सुबान खाँ सरपंच, नरेदार सरपंच, नसिर हुसैन, हाजी आसम, हकीम, उम्मर आदि के अलावा सैंकड़ों प्रमुख लौग मौजूद रहे।
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