बच्चों को शिक्षित व संस्कारवान बनाएं। नारी के सम्मान करने वाले नव समाज का करें निर्माण। सोनू वर्मा, ख़ोजी एनसीआर नूहं। विजय दशमी बुराई पर अच्छाई,असत्य पर सत्य की विजय, भगवान के प्रति सच्ची भक
ति,आस्था ,निष्ठा, समर्पण,श्रद्धा के रूप में मनाया जाने वाला पावन,पवित्र,पुण्य पर्व है।ये बात सर्व जातीय सेवा समिति के उपाध्यक्ष व सामाजिक नेता रजत जैन ने कही।इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने भीतर छुपे बुराई रूपी रावण का अंत (मारना) करना चाहिए तभी भगवान राम के अवतार का उद्देश्य पूर्णरूप से सार्थक हो सकेगा। भगवान राम के प्रति अपनी सच्ची श्रद्धा ,निष्ठा,आस्था व भावना के साथ उनके अवतार के सपने का सार्थक उद्देश्य को साकार कर सकेंगे। जन जन की करुण पुकार पर भगवान हरी ने अयोध्या के राजा दशरथ के घर श्री राम का अवतार लेकर सृष्टि से रावण व अन्य दानवो का अंत कर अधर्म पर धर्म की विजय पताका लहरा कर सत्य और सर्वोच्च मर्यादा का मार्ग जनमानस को दिखाकर एक भयमुक्त सभ्य समाज की स्थापना की। जैन ने कहा कि आज के समय में अशिक्षा, अपराध, अन्याय,बेरोजगारी, गरीबी, भ्रष्टाचार जैसे दानवों का हम सबको मिलकर अंत कर,एक प्रगतिशील,संस्कारवान, नैतिक शिक्षा से परिपूर्ण,नारी का आदर, सत्कार, मानसम्मान, करने वाले,उच्च संस्कारों से परिपूर्ण नव निर्मित समाज का निर्माण करना है। यही बुराई पर अच्छाई की सच्चे अर्थो में विजय होगी। रजत ने नारी सशक्तिकरण के लिए नारी शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि आज के समय में नारी शिक्षा का महत्त्व अत्याधिक रूप से बढ़ गया है।इसलिए बिना किसी भेदभाव के लड़कियों की शिक्षा पर भी समाज के प्रत्येक व्यक्ति को पूर्ण ध्यान देकर उन्हें सुशिक्षित व संस्कारवान बनाएं। जिससे कि नारी सशक्तिकरण का सपना सम्पूर्ण रूप से साकार हो सके।अपने बच्चों को शिक्षित संस्कारवान बनाकर देश के विकास में अपनी पूर्ण भागीदारी निभाऐ। देश के विकास में एक नया आयाम स्थापित कर ,देश का सर्वागीण विकास में अपना सम्पूर्ण योगदान दे।देश को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाने के लिए दृढ़ संकल्प लेकर निर्णय ले कि हम ना तो किसी को रिश्वत देंगे ना किसी से रिश्वत लेंगे। जन जाग्रतिअभियान चलाकर व अहिंसा के पथ पर चलकर देश को भ्रष्टाचार व अपराध मुक्त बना कर देश को विश्व गुरु व सोने की चिड़िया बनाने का संकल्प ले।
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