दिल्ली, । डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर कंट्रोल करना बेहद मुश्किल टास्क होता है। यह बीमारी रक्त में शर्करा स्तर बढ़ने और अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन न निकलने के चलते होती है। खासकर टाइप-2 डायबि
टीज के मरीजों के अग्नाशय से इंसुलिन निकलना पूरी तरह से बंद हो जाती है। इसके लिए टाइप-2 डायबिटीज को अधिक खतरनाक माना जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों को सेहत का विशेष ख्याल रखना चाहिए। सही दिनचर्या का पालन, रोजाना एक्सरसाइज, मीठी चीजों से परहेज और संतुलति आहार लें। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि खराब दिनचर्या और गलत खानपान के चलते शुगर स्तर बढ़ने लगता है। अगर आप भी टाइप-2 डायबिटीज के मरीज हैं और शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं, तो रोजाना इस समय ब्रेकफास्ट करें। आइए, इसके बारें में सबकुछ जानते हैं- जब बात शुगर कंट्रोल करने की आती है, तो मीठी चीजों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। खासकर सोडा, कोल्ड ड्रिंक, चाय और कॉफ़ी आदि मीठी चीजों से जरूर दूरी बनाएं। एक गिलास सोडा में तकरीबन 39 ग्राम शुगर यानी चीनी होती है। यह औसतन दैनिक खपत से अधिक है। साल 2017 में Cleveland Clinic Journal of Medicine में छपी एक शोध की मानें तो रोजाना संतुलित आहार लेने और एक्सरसाइज करने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। कब करें ब्रेकफास्ट शुगर कंट्रोल करने में डाइट और एक्सरसाइज अहम भूमिका निभाती है। इसके लिए यह जानना जरूरी है कि किस समय खाने से सेहत पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। Endocrine Society की वार्षिक बैठक में एक शोध के परिणाम के जरिए खुलासा हुआ है कि रोजाना सुबह 8.30 am बजे नाश्ता करने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। वहीं, एक्सरसाइज भी सुबह में करनी चाहिए।
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