भावी पीढ़ियों के लिए आज से ही बचाना होगा जल - खंड तावडू के गांव धूलावट में किया ग्रामीणों को संबोधित - उपायुक्त ने स्वयं अपनी देखरेख में ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु करवाया वैक्सी
नेशन कार्यक्रम नूंह , 2 अक्टूबर : उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि जल ही जीवन है और जल के बिना प्रकृति का विकास संभव नहीं है इसलिए हमें अपनी आने वाली भावी पीढ़ियों को अगर प्यास से बचाना है तो आज से ही पानी बचाना शुरू करना होगा। कैप्टन शक्ति सिंह शनिवार को महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर खंड तावडू के गांव धूलावट में जल जीवन मिशन के बारे में ग्राम सभा में संवाद कर रहे थे। इस अवसर पर उपायुक्त ने कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए ग्रामीणों को वैक्सीनेशन लगवाने के लिए भी प्रेरित किया और कहा कि वैक्सीनेशन लगवाने से ही कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है । उपायुक्त ने स्वयं अपनी देखरेख में ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु वैक्सीनेशन कार्यक्रम करवाया । कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि आज महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन ऐप तथा राष्ट्रीय जल जीवन कोष का शुभारंभ किया है । प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन ऐप तथा राष्ट्रीय जल जीवन कोष का शुभारंभ करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन का विजन सिर्फ लोगों तक पानी पहुंचाने का ही नहीं है। ये विकेंद्रीकरण का भी एक बहुत बड़ा मूवमेंट है। इसका मुख्य आधार जन आंदोलन और जनभागीदारी है। जल जीवन मिशन को अधिक सशक्त और पारदर्शी बनाने के लिए आज कई और कदम भी उठाए गए हैं। बाक्स : क्या है जल जीवन मिशन, कब हुई शुरुआत? भारत में अभी भी कई गांव ऐसे हैं जहां लोगों को पानी भरने के लिए कुएं पर दूसरे के घरों में या सरकारी नल पर जाना पड़ता है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को लाल किले के प्राचीर से जीवन में बदलाव लाने वाले जलजीवन मिशन की घोषणा की थी। इस मिशन का उद्देश्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल के पानी का कनेक्शन देना है।
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