खोजी एनसीआर / साहून खांन नूंह नूंह विधायक व हरियाणा कांग्रेस विधायक दल उप नेता चौधरी आफताब अहमद की अगुवाई में मेवात कांग्रेस ने " लोकतंत्र, संविधान और किसान बचाओ" यात्रा का आयोजन किया जिसमें
ोगों की भारी उपस्तिथि दर्ज की गई। पीसीसी सदस्य चौधरी महताब अहमद और जिला कांग्रेस के किसान सैल के अध्यक्ष इब्राहीम इंजिनियर बिसरू, मेवात युवा कांग्रेस व एनएसयूआई के नेता नूंह विधायक के साथ मौजूद थे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता जिला कांग्रेस मुख्यालय से लेकर गांधी पार्क नूंह तक बीजेपी सरकार के खिलाफ और किसानों के समर्थन में नारे लगाते हुए पैदल पहुंचे। संविधान और लोकतंत्र के समर्थन में भी कांग्रेसियों ने जोरदार नारेबाजी की। नूंह विधायक आफताब अहमद ने कहा कि आज ही के दिन मेवों को देश की हड्डी की संज्ञा देने वाले और लोकतंत्र व संविधान के सबसे बड़े हिमायती महात्मा गांधी और जय जवान जय किसान का नारा बुलंद करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म हुआ। लेकिन आज की बीजेपी सरकार दोनों महापुरुषों के विचारों से भटक गई है जो चिंताजनक है। देश का जब दुर्भाग्यपूर्ण बंटवारा हुआ तो गांधी मेवात आए और यहां के लोगों को यही रूकने की अपील की और हर मुमकिन सहयोग का भरोसा दिया। मेवात को गांधी की सरजमी भी माना जाता है। उन्होंने बिहार के चंपारण में एक भरी जनसभा में कहा था कि अगर मेव जैसी कोमें हों तो वो भारत को 24 घंटों में आजाद करा देते। आफताब अहमद ने कहा कि मेवात में आज कुछ जनता द्वारा नकारे हुए नेता गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। ये शर्मनाक और चिंताजनक है। जब इतिहास लिखा जाएगा तो ऐसे नेताओं को गैर जिम्मेदारी के लिए जाना जाएगा। बीजेपी लोकतंत्र व संविधान पर हमला कर रही है। सीएलपी उप नेता आफताब अहमद ने कहा कि किसान साल भर से सडक पर संघर्ष कर रहे हैं, 600 से अधिक शहीद हो गए, लेकिन बीजेपी सरकार उनकी बात सुनने के बजाए उन पर लठ बरसा रही है। मेवात किसानी पर आश्रित है, 80 फीसदी लोग किसान हैं लेकिन फिर भी जनता द्वारा नकारे नेता मेवात में किसानों का पुतला फूंकते हैं। कांग्रेस की मांग है कि तुरंत तीनों काले खेती के कानूनों को रद्द किया जाए। विधायक आफताब अहमद ने कहा कि समाज में हम सबकी जिम्मेदारी है कि गलत के खिलाफ आवाज उठाएं, गलत का बहिष्कार करें और सच्चाई और अच्छाई का साथ दें। सभी प्रण लें की गोडसे वादी विचारों के पैरोकार नेताओं का बहिष्कार करेंगे और गांधी वादी विचारों का साथ देंगे। वहीं पीसीसी सदस्य चौधरी महताब अहमद ने कहा कि किसान को साल भर से प्रताड़ित किया जा रहा है, देश किस तरफ जा रहा है। भारत देश की खूबी ही उसका लोकतंत्र व संविधान है, आज वही खूबी खोती जा रही है। क्या सत्ता का मोह इतना व्यापक हो सकता है कि लोकतंत्र व संविधान पर हमला हो। आज ऐसा हो रहा है, बीजेपी समर्थित नेता और साखाऐं ऐसा कर रही है। इसके नतीजे भयानक हो सकते हैं। मेवात जैसे इलाके में कोई नाथूराम गोडसे की विचार धारा को कैसे पानी और खाद दे सकता है लेकिन दिया जा रहा है वो भी जनता द्वारा नकारे हुए नेताओं के द्वारा। वहीं जिला कांग्रेस के किसान सैल के प्रधान इब्राहिम इंजिनियर बिसरू ने कहा कि आज की युवा पीढी का आगे आने का समय है और गोडसे वादी नेताओं को पहचानकर उनका चुनाव में अच्छा इलाज करना होगा ताकि इस बीमारी से वो ठीक हो सकें। कुछ समय पहले जो लोग रट लगाकर कहते थे कि हमारे पूर्वज गांधी के साथ थे आज उनके वारिस गोडसे की विचारधारा को मेवात में पनपाने की शाजिस में शामिल हैं। नूंह विधायक आफताब अहमद ने धान, बाजरा खरीदी पर सरकार की लेट लतीफी पर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया और जिला प्रशासन व स्वास्थ विभाग को डेंगू, मलेरिया को लेकर जल्द उपयुक्त कदम उठाने को चेताया।
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