खोजी एनसीआर / साहून खांन नूंह जामिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मोहसिन ने नैनोबायोसेंसर्स पर एक पुस्तक प्रकाशित की देश के शीर्ष विश्वविद्यालय जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रोफेसर डॉ मोहम्
मद मोहसिन ने नैनोबायोसेंसर पर एक पुस्तक प्रकाशित की है। "कृषि, चिकित्सा और पर्यावरण अनुप्रयोगों के लिए नैनोबायोसेंसर्स" नामक पुस्तक को दुनिया के शीर्ष प्रकाशक स्प्रिंगर, यूके द्वारा प्रकाशित किया गया है। यह पुस्तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के साथ प्रकाशित हुई है। डॉ मोहसिन ने बताया कि इस पुस्तक में विभिन्न प्रकार के नैनोबायोसेंसर्स, विशेष रूप से कृषि, पर्यावरण और चिकित्सा में, और उनके अनुप्रयोगों को कवर किया गया है। वर्तमान युग में, नैनोबायोसेंसर्स प्रौद्योगिकी ने स्वास्थ्य देखभाल उद्योग, खाद्य उद्योग, पर्यावरण गुणवत्ता में सुधार, फसल उत्पादकता, कृषि, फार्मास्यूटिकल्स संबंधी जटिलताओं के रूप में विज्ञान के सभी क्षेत्रों में क्रांति ला दी है। डॉ मोहसिन और अन्य संपादक सक्रिय रूप से एक अलग क्षेत्र में विभिन्न उद्देश्यों के लिए बायोसेंसर विकसित करने में लगे हुए हैं, समय है कि इस नवाचार को अत्याधुनिक रूप में लाया जाए और इसे व्यावसायिक रूप से सुलभ बनाया जाए। डॉ मोहसिन जामिया मिलिया इस्लामिया में सहायक प्रोफेसर हैं और विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद के सदस्य भी हैं। वह मेवात के एक पढ़े-लिखे परिवार से ताल्लुक रखते हैं। डॉ मोहसिन मेवात के ग्राम लटूर बास (महू) से हैं। उनके दादा स्वर्गीय हाजी नूर खान एक शिक्षक थे और पिता श्री मुबीन खान दिल्ली पुलिस के retired इंस्पेक्टर हैं, जो वर्तमान दिल्ली meo वेलफेयर सोसाइटी (रजि) के अध्यक्ष हैं। उनकी पत्नी श्रीमती नुसरत जहां हरियाणा शिक्षा विभाग में व्याख्याता हैं। वह जामिया में अपनी प्रयोगशाला में पीएचडी और पोस्टडॉक्टरल फेलो सहित शोधकर्ताओं के एक समूह के प्रमुख के रूप में लंबे समय से नैनोबायोटेक्नोलॉजी पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। डॉ। मोहसिन ने भारत सरकार के कई महत्वाकांक्षी अनुसंधान परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया। डॉ मोहसिन ने यूके और यूएसए की 30 से अधिक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय Journals में अपना शोध कार्य प्रकाशित किया है। उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों और सेमिनारों में अपने काम व्याख्यान दिया है। उन्होंने भारत सरकार से युवा वैज्ञानिक पुरस्कार, एक अभिनव शोध पुरस्कार और हमदर्द विश्वविद्यालय से उच्चतम प्रभाव पुरस्कार जैसे पुरस्कार प्राप्त किए हैं। वह संपादकीय सदस्य और कई पुनर्पाठ पत्रिकाओं के समीक्षक के रूप में भी काम कर रहे हैं। मेवात विकास सभा के सदर सलामुद्दीन ऐडवोकेट नोटकी ने बताया डॉ.मोहसिन मेवात के हजारों लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं शोध के साथ -साथ समय- समय पर अपने इलाके के सामाजिक कामों में काफी योगदान देते हैं। जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र इरशाद नागल ने कहा डॉ. मोहसिन भाई का मुख्य उद्देश्य विज्ञान को बढ़ावा देना है अनुसंधान कर राष्ट्र निर्माण में मदद करना! उनके शोध समूह में मेवात क्षेत्र के कुछ पीएचडी छात्र भी हैं! वह पीएचडी छात्रों का मार्गदर्शन कर मेवात में विज्ञान को बढ़ावा दे रहे हैं! डॉ. जिया उल हक हंसी, तालिम एडवोकेट नीमका ,नासिर अजमत , अब्बास नंबरदार,मास्टर नसीम खेड़ला, ने युवा वैज्ञानिक को उनकी नैनोबायोसेंसर्स" नामक पुस्तक के लिए मुबारकबाद दी।
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