कोरोना से ठीक होने के बाद ना बरतें लापरवाही-डॉ सुषमा चौधरी

Khoji NCR
2021-09-24 08:30:24

हथीन/माथुर : जिला स्वास्थ्य विभाग की प्रवक्ता डा. सुषमा चौधरी ने शुक्रवार को एक विशेष भेंटवार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि लोग कोरोना से ठीक होने के बाद पूरी तरह आराम नहीं कर रहे हैं औ

र ठीक होते ही तुरंत अपना नॉर्मल रूटीन शुरू कर दे रहे हैं जबकि एक्सपर्ट का कहना है कि इसका असर बाद तक रहता है और बाद में भी अपनी सेहत का पूरा ख्याल रखना और आराम जरूरी है। डा. सुषमा ने ने बताया कि दोबारा कोविड का खतरा कम है, लेकिन वायरल फीवर, टीबी आदि का खतरा ज्यादा रहता है, सांस लेने में दिक्कत होती है, गले में सूखापन, ब्लड प्रेशर पर असर, डायबिटीज का खतरा, पोस्ट कोविड केयर में देरी नहीं करनी चाहिए। जरा सी लापरवाही से जान का खतरा फाइब्रोसिस बन रहा है, तो तुरंत इलाज कराएं ताकि उसे जड़ से खत्म किया जा सके। उन्होंने बताया कि जितना डर और चिंता पहले कोरोना संक्रमण की थी, अब उतनी ही परेशानी कोविड से ठीक होने के बाद भी देखी जा रही है। उन्होंने बताया कि डाक्टरों का कहना है कि पोस्ट कोविड, हार्ट और लंग्स में सबसे ज्यादा असर कर रहा है। इसका समय पर इलाज नहीं कराना जानलेवा भी हो सकता है। कई बार कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के लंग्स में फाइब्रोसिस बनने लगता है। इससे सांस लेने में दिक्कत होती है। ऐसे मरीजों का समय पर इलाज नहीं होने से लंग्स लंबे समय तक प्रभावित रहते हैं और कई मरीजों में यह दिक्कत हमेशा के लिए रह जाती है। उन्होंने बताया कि संक्रमित मरीज कुछ दिन बाद ठीक हो गया, इसका मतलब है कि उसमें वायरस अब नहीं है। लेकिन वायरस जब बॉडी के अंदर गया तो उससे कितना नुकसान हुआ, यह बाद में पता चलता है। मरीज तो कोविड निगेटिव हो गया, लेकिन वायरस ने जो नुकसान किया, उसे सही होने में ज्यादा समय लगता है। अगर किसी के हार्ट में दिक्कत हुई, तो उसे ठीक होने में समय लगता है। इसी प्रकार लंग्स, किडनी और दूसरे अंगों को ठीक होने में समय लगता है।

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