सियोल, । दक्षिण कोरिया एक बैलिस्टिक मिसाइल तैयार करने के अंतिम चरण में है जो तीन टन भार के आयुध या गोलाबारूद ले जा सकेगा। उत्तर कोरिया से अपनी प्रतिरक्षा बढ़ाने के फेर में दक्षिण कोरिया ने रक्
षा बजट में अपनी इस उपलब्धि को उजागर किया है। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि बजट प्रस्तावों में यह बात सामने रखी गई है। 2022-2026 के रक्षा बजट के ब्लू-प्रिंट में नई मिसाइलों को विकसित करने की बात कही गई है। इन विध्वंसक मिसाइल प्रणालियों को नए इंटरसेप्टरों के साथ लंबी दूरी की आर्टिलरी के मुकाबले में तैनात किया जाएगा। मंत्रालय ने बयान जारी करके बताया कि कोरियाई प्रायद्वीप में शांति कायम रखने के लिए मिसाइलों को एक नए हथियार का रूप दिया गया है जो तीन टन वजन के आयुध के साथ 350-400 किमी के दायरे में निशाना साधकर तबाही मचाने में सक्षम हैं। समझा जाता है कि यह मिसाइल उत्तर कोरिया के उन भूमिगत ठिकानों को नष्ट करने के लिए कारगर होगा जिसमें परमाणु हथियारों का जखीरा जमा किए जाने का दावा किया जाता है। पिछले साल दक्षिण कोरिया ने घोषणा की थी कि दो टन आयु्ध के साथ वह एक नया कम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल हायुनमू-4 को तैयार कर रहा है। जबकि उत्तर कोरिया ने मार्च में ही 2.5 टन पेलोड के एसआरबीएम का सफल परीक्षण किया था।
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