जल शक्ति अभियान को बनाना होगा जन आन्दोलन वाटर हार्वेस्टिंग से भू-जल स्तर में होगा सुधार जल संरक्षण की सबकी सामूहिक जिम्मेदारी : उपायुक्त शक्ति सिंह नूंह 31 अगस्त : उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह
ने जिला के सभी खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए है कि जिला की सभी सरकारी भवनों में रुफ टोप वाटर हार्वेस्टिंग बनाना सुनिश्चत करें। उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह मंगलवार को जिला सचिवालय में जल शक्ति अभियान के तहत हुए कार्यो की समीक्षा कर रहें थे। उन्होंने कहा कि वर्षाजल संग्रहण अथवा एकत्रीकरण की इस प्रणाली में घरों की छतों पर पडऩे वाले वर्षा जल को गैलवेनाईज्ड आयरन, एल्यूमिनियम, मिट्टी की टाइलें अथवा कंक्रीट की छत की सहायता से जल एकत्रीकरण के लिये बने टंकियों अथवा भूजल रिचार्ज संरचना से जोड़ दिया जाता है। इस प्रकार एकत्रित जल का प्रयोग सामान्य घरेलू उपयोग के अलावा भूजल स्तर बढ़ाने में भी किया जाता है। उपायुक्त ने जिला वासियों से वर्षा जल संरक्षण करने का आह्वान करते हुए कहा है कि अगर आज जल संरक्षण पर ध्यान नहीं दिया गया तो मानव जीवन को भविष्य खतरे में पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य को लेकर जिला में जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है ताकि जल संरक्षण और जल की महत्ता की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि वाटर हार्वेस्टिंग का उपयोग न होने की वजह से प्रतिवर्ष बरसात का पानी व्यर्थ चला जाता है। उन्होंने कहा कि बारिश के पानी को कुछ खास तरीके से इक_ा करने की प्रक्रिया को ही वाटर हार्वेस्टिंग कहा जाता है। उन्होंने कहा कि वाटर हार्वेस्टिंग न होने से भू-जल रिचार्ज नहीं हो पाता इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को बरसात के पानी को सहेजने के लिए काम करना होगा। उपायुक्त ने कहा कि वाटर हार्वेस्टिंग से संचयित हुए पानी का प्रयोग पशुओं, बागवानी साफ-सफाई व सिंचाई आदि के लिए किया जा सकता है। उपायुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया यह अभियान देश भर में 30 नवम्बर तक चलाया जायेगा। उपायुक्त ने कहा कि इस अभियान का लक्ष्य देश में वर्षा जल संरक्षण के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम और विशेष कार्य योजनाएं तैयार करना है। उन्होंने कहा कि कैच द रेन कैंपेन का अर्थ यह है कि ‘जहां भी गिरे और जब भी गिरे, वर्षा का पानी इक_ा करें। उन्होंने कहा कि कैच द रेन अभियान अपने नाम के अनुसार वर्षा जल को इकठ्ठा करने से जुड़ा हुआ है। जल संचय करने से जुड़े कार्यों जैसे रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वृक्षारोपण, पोखरों की सफाई और निर्माण आदि करवाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अभियान को लेकर संबंधित विभागों को अलग-अलग कार्य भी सौंपे गए हैं। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त सुभिता ढाका, एसडीएम नूंह सलोनी शर्मा, सीईओ जिला परिषद गजेन्द्र सिंह, एसडीएम पुन्हाना मनीषा शर्मा, एसडीएम तावडू़ डा. नरेश, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राकेश मोर, तहसीलदार राकेश छौकर, नायब तहसीलदार अख्तर हुसैन सहित सभी बीडीपीओ व नायब तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहें।
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