किसानों पर हुए लाठीचार्ज की हो निष्पक्ष जांच : कृष्णा राणा।

Khoji NCR
2021-08-30 08:45:53

खोजी/सुभाष कोहली कालका। प्रदेश सरकार किसानों की आवाज को पुलिस की लाठों से दबाने का कार्य कर रही है। पिछले 9 महीने से सरकार किसानों पर लाठीचार्ज, पानी की बौछारें व आंसू गैस के गोले दागकर उन्हें

प्रताड़ित कर रही है। यह कहना है मिशन एकता समिति की प्रदेश महासचिव कृष्णा राणा का। राणा ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि सरकार का अन्नदाताओं के साथ ऐसा व्यवहार बेहद निंदनीय है। किसान भाजपा के कार्यक्रम से लगभग 15 किलोमीटर दूर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। बावजूद इसके पुलिस ने वहां जाकर उनपर लाठियां बरसाई। किसानों को खेतों में दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। जिसमें कई किसान घायल हो गए, कईयों की हालत गम्भीर बताई जा रही है। किसान अपने हकों की मांग को लेकर बॉर्डर पर बैठे हुए हैं, लेकिन सरकार उनका दुख-दर्द सुनने को तैयार नहीं है। पिछले 9 महीने में अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करते सैंकड़ों किसान अपनी जान गवां चुके हैं। भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार दमनकारी नीतियां अपनाकर किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। सरकार लोकतंत्र को लठतंत्र बनाने की कोशिश न करे। लोकतंत्र में लाठी-डंडों के दम पर नहीं, सरकारें लोगों का दिल जीतकर चलाई जाती हैं। सरकार को किसानों के साथ टकराव नहीं, संवाद का रास्ता अपनाना चाहिए। राणा का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए तथा किसानों पर लाठीचार्ज का आदेश देने वाले एसडीएम को भी फौरन बर्खास्त किया जाए।

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