नई दिल्ली, । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को फिक्की (FICCI) की 93 वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) का वर्चुअली उद्घाटन किया। साथ ही पीएम ने फिक्की एनुअल एक्सपो 2020 का भी उद्घाटन किया। इस एजीएम में पीएम न
'इंस्पायर्ड इंडिया' के निर्माण में उद्योग जगत की भूमिका के लिए अपने विचार और दृष्टिकोण भी साझा किए। यह एजीएम इंस्पायर्ड इंडिया थीम पर आधारित है। इस एजीएम में देश के प्रमुख नीति निर्धारक और दुनिया भर के करीब 10,000 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। पीएम ने कहा, 'हाल में लॉन्च की गई पीएम-वाणी योजना के तहत देश भर में सार्वजनिक वाईफाई हॉटस्पॉट का नेटवर्क तैयार किया जाएगा। मेरा सभी उद्यमियों से आग्रह है कि रूरल व सेमी रूरल क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी के प्रयासों में भागीदार बनें।' पीएम ने कहा, 'आज का ग्रामीण भारत बहुत बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है। क्या आप जानते हैं कि रूरल इंडिया में एक्टिव इंटरनेट यूजर्स की संख्या शहरों से ज्यादा हो चुकी है। देश के आधे से ज्यादा स्टार्टअप्स टियर टू व टियर थ्री शहरों में हैं।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारत में दुनिया का सबसे बड़ा डीबीटी सिस्टम काम कर रहा है। कोरोना के समय भारत जरुरतमंद कोटि-कोटि नागरिकों तक सीधे पैसे पहुंचाने में सक्षम रहा है। आज देश में अकेले यूपीआई से हर महीने करीब 4 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हो रहा है।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हाल के कृषि सुधारों से कृषि और उनसे जुड़े क्षेत्रों के बीच की अड़चनें हटाई जा रही है। अब किसानों को नए बाजार, नए विकल्पों और टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आज हर क्षेत्र में हर स्टेकहोल्डर की भागीदारी बढ़ाने के लिए काम हो रहा है। हर क्षेत्र में चौतरफा रिफॉर्म किए गए हैं। भारत में कॉर्पोरेट टैक्स दुनिया में सबसे कंपीटिटिव है। भारत में आज फेसलेस असेसमेंट, फेसलेस अपील की सुविधा है।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'जनता के भारी समर्थन व विश्वास से बनी सरकार का अपना एक अलग आत्मविश्वास होता है। सबका साथ और सबका विश्वास, इस मंत्र को चरितार्थ करने के लिए सरकार जी जान से जुटी है। सरकार जितनी निर्णायक होती है, वो अड़चनों को उतना ही कम करती है।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारत का निजी क्षेत्र न सिर्फ देश की जरुरतों को पूरा कर सकता है बल्कि ग्लोबल स्तर पर भी अपनी पहचान स्थापित कर सकता है। मैंने लाल किले से कहा था, हमारा लक्ष्य हो जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आत्मनिर्भर भारत अभियान हर क्षेत्र में क्षमता को बढ़ावा देता है। सनराइज और टेक इंडस्ट्रीज को नई उर्जा देने पर ज्यादा बल दिया जा रहा है। देश में प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम शुरू की गई है। जो परफॉर्म करेगा, इस इंसेंटिव का हकदार होगा।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आज अर्थव्यवस्था के संकेतक हौसला बढ़ाने वाले हैं। संकट के समय देश ने जो सीखा है, उसने भविष्य के संकल्पों को और दृढ़ किया है। इसका बहुत बड़ा श्रेय भारत के उद्यमियों, युवाओं, किसानों और सभी देशवासियों को जाता है।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आज प्रत्येक नागरिक आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। लोकल के लिए वोकल होकर काम कर रहा है।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हम लोगों ने 20-20 के मैच में तेजी से बहुत कुछ बदलते देखा है, लेकिन 2020 के साल ने सभी को मात दे दी। कुछ वर्षों बाद हम कोरोना काल को याद करेंगे, तो शायद यकीन ही नहीं आएगा।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'सबसे अच्छी बात यह रही कि जितनी तेजी के साथ हालत बिगड़े, उतनी ही तेजी से सुधर भी रहे हैं। शुरुआत में हम अनगिनत समस्याओं से जूझ रहे थे। इन चुनौतियों से दुनियाभर में लोग परेशान थे, लेकिन आज दिसंबर आते-आते स्थिति बहुत बदली नजर आ रही है। हमारे पास जवाब भी है और रोड़मैप भी है।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'अर्थव्यवस्था के जितने संकेतक हैं, वे उत्साह बढ़ाने वाले हैं। हमेशा से वैश्विक महामारी के साथ एक सबक और इतिहास जुड़ा रहा है। जो देश ऐसी महामारी के समय अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों को बचा ले जाता है, उस देश की उतनी ही तेजी के साथ रिकवरी होती है। भारत ने अपने ज्यादा से ज्यादा नागरियों की जान बचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। आज इसका नतीजा देश भी देख रहा है और दुनिया भी देख रही है।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारत ने जिस तरह बीते कुछ समय में एकजुट होकर कार्य किया है, नीतिया बनायी हैं, निर्णय लिये हैं, उसने पूरी दुनिया को चकित कर दिया। बीते छह वर्षों में दुनिया का जो विश्वास भारत पर बना था, वह बीते महीने में और मजबूत हुआ है। एफडीआई हो या एफपीआई। दुनिया के निवेशक भारत में बढ़-चढ़कर निवेश कर रहे हैं।' गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क परिवहन और राजमार्ग व सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी, वाणिज्य, उद्योग व रेल मंत्री पीयूष गोयल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी व संचार एवं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित प्रमुख नीति निर्धारकों भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। फिक्की की इस साल की एजीएम के वक्ताओं में सत्या नडेला, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ, अल्फाबेट के पूर्व चेयरमैन Eric Schmidt, टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, कैडिला हेल्थकेयर के चेयरमैन पंकज पटेल और ओयो होटल्स होम्स के संस्थापक व ग्रुप सीईओ रितेश अग्रवाल जैसे प्रमुख बिजनेस लीडर्स शामिल हैं। इस मेगा इवेंट में दुनिया भर से लगभग 10,000 से अधिक प्रतिनिधी वर्चुअली भाग ले रहे हैं।
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